STORYMIRROR

Renu Singh

Inspirational Others

4  

Renu Singh

Inspirational Others

भीड़ से अलग

भीड़ से अलग

1 min
266


भेड़ चाल में माना होती राह आसान

भीड़ से अलग जो चलते, दिखाते कमाल


न ख़ुद का रास्ता न मंजिल की ख़बर

पत्थर तोड़ निकलते, वही पहुंचे शिखर


कहने को आजाद है हर कोई आज यहां

अपने किरदार को जीवंत करे, छू ले आसमां


अलग अपनी हस्ती रख अलग अपनी पहचान

ख़ुद के हौसलों से होती असली उड़ान 


सौ रूकावटें माना रोकेगी तेरे अरमान 

हर हार को जीत का प्यादा तू चल मान।।




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational