STORYMIRROR

Bhawana Raizada

Abstract Inspirational

4  

Bhawana Raizada

Abstract Inspirational

भगा कर ही मानेंगे

भगा कर ही मानेंगे

1 min
259

कर लो चाहे कितना भी प्रयत्न, ओ कोरोना, 

हम न हार मानेंगे। 

ठान लिया है हमने भी तुमको, ओ कोरोना, 

भगा कर ही मानेंगे। 


चाहें पैर पैसारो कितने भी, ओ कोरोना, 

जान की बाज़ी लगा देंगे। 

हर हाल में तुमको तुम्हारी, ओ कोरोना, 

हम नानी या दिला देंगे। 


जितने चाहे करो आक्रमण, ओ कोरोना, 

हम आगे बढ़ते जायेंगे। 

मास्क के साथ दूरी अपना, ओ कोरोना, 

तुझे पीछे खिसकायेंगे। 


अगर नहीं तू आया बाज, ओ कोरोना, 

हम भी न घबरायेंगे। 

करवा कर टीकाकरण, ओ कोरोना, 

हम अपनी जान बचायेंगे। 


कर लो चाहे कितना भी प्रयत्न, ओ कोरोना, 

हम न हार मानेंगे। 

ठान लिया है हमने भी तुमको, ओ कोरोना, 

भगा कर ही मानेंगे। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract