भैया मेरे
भैया मेरे
बंधंन मेरे प्यार का
लायगा रंग ज़रूर
ना जाने ये क्या हो गया
किसकी नज़र लग गई
हमारे प्यार को
तुम नाराज हो बरसो बरस
तुम इतने तंगदिल तो कभी न थे
सच बताना
हर राखी सुनी कलाई देखकर
तुम्हारी रूलाई फुटती होगी, ज़रूर
बस ,अब बहुत हो गया
इस रक्षाबंधन मै आ रही हूँ
चाहे , जितना डाँट दो
चार थप्पड़ भी मार लो
ये अबोला
हर हाल में मुझे
खत्म करना है
मेरे भाई!
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