भारत भूमि
भारत भूमि
हमारा धरोहर है हमारा ये वतन
मत छेड़ो इसकी परंपरा
बहुत देख चुके हमलावार
लेकिन नहीं कर सके कोई इसका बिगाड ।
वीरों की रण भूमि रही
त्रुषि मुनियों की तपो भूमि रही
संतों की पुण्य भूमि रही
देवों की देव भूमि रही ।
खिलाडि़यों का खेल मैदान रहा
कलाकारों का कला आंगन रहा
संगीतज्ञों का संगीत गॅूंजता रहा
मानव की मानवता सहज रहा ।
मुसलमानों का आक्रमण हुआ
डचों का व्यापार हुआ
पुर्तगालों का भंडार हुआ
अंग्रेजों का हमला हुआ ।
लेकिन न कोई इसे रोक सका
और न ही कोई टोक सका
विकास के पथ पर चलता रहा
पूरे विश्व का गुरु बना रहा ।
