Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Joyti Sharma

Abstract

2.7  

Joyti Sharma

Abstract

बौंछारें

बौंछारें

2 mins
52


वक़्त एक ऐसा खेल है जिसे चाहो ना चाहो खेलना ही पड़ता है

किसी के हिस्से शय तो किसी के हिस्से मात आती है ।

दोस्तों बस डरना नहीं क्योंकि इस खेल में बस ज़िंदादिली ही काम आती है।

जो डर गया वो मर गया।

आशिकी हो या मोहब्बत सब बचपना है यारो, बस यारियां ही काम आती है 

दोस्तों की खिलखिलाती हंसी हो या उनकी चुलबुली अदाएं सब दिल को खुश कर जाती ,

यही वही जगह होती है जहां अपनी भी अधूरी आशाएं पूरी हो जाती । 

खुल जाएं सभी अहसास ए दोस्ती के साथ कुछ गाए कुछ गवाएं गुदगुदाते हुए सब आज,

अमीरी गरीबी वफाओं और बेवफाई का छोड़ते हुए अहसास । 

नींद की जंग आंखो से कुछ और ना समझ ए दोस्त ये कुछ और नहीं कोरोना के इफेक्ट्स है।

सारा देश इससे गुजर रहा है और रात में उल्लुओं की तरह जाग रहा है ।

कहानी लाजबाव हो या ना हो अब ना कोई दूसरी शुरू कर 

वक़्त सबके पास बहुत कम है ,

चैन से सोए चैन से जागें अब इस उमर का बस यही धरम है ।

भरम में रहना अब उचित नहीं है दोस्त ,

कोविड से कैसे ही बच जाएं अब

अब तो बस यही ईश्वर का करम है ।

जो देखता ही नहीं तेरे आंसू दरकिनार कर ऐसे शख़्स को ज़िन्दगी से,

खुल कर देख ज़िन्दगी में रहमगार और भी बहुत हैं ।

जो देखता ही नहीं तेरे आंसू दरकिनार कर ऐसे शख़्स को ज़िन्दगी से,

खुल कर देख ज़िन्दगी में रहमगार और भी बहुत हैं ।

दिल दुखाकर रोते हुए छोड़ देना यूं ही किसी की फितरत नहीं होती, 

वक़्त ने शायद उसे भी कुछ ऐसा ही जख्म तो नहीं दिया!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract