"अनुभव"
"अनुभव"
हम जिन्दगी में जो भी कार्य कर रहे हैं।
वही हमारेअनुभव की पाठशाला कार्यशाला है।
हम कितना ही किताबी ज्ञान प्राप्त कर लेें।
परन्तु जब तक धरातल पर
प्रत्यक्ष रूप से उसे नहीं करते हैं।
तब तक वह कार्य प्रमाणित नहीं होता हैं।
इसलिए हर कार्य मेंअनुुभव को
प्राथमिकता दी जाती है।
अनुभवी नेतृत्व विकास करवाता है।
नौसिखिया लोग कुछ नहीं कर पाते है।
अनुभव कि कोई पाठशाला कार्यशाला नहीं होती हैं।
यह जिन्दगी में हम जो भी कार्य करते हैं।
सदैव उसी से सिखने से प्राप्त होता हैं।
इसलिए सदैव नया कार्य शुरू करने में
अनुभव जरूरी हैं।
मतलब अनुभव कार्य में सफलता कि गारंटी है !!
