आँख का तारा
आँख का तारा
मैं हूं अपनी मां की आंख का तारा
आँख का तारा, मम्मी का प्यारा
पापा का वह राजदुलारा l
जान हथेली पर रख चलता
दुश्मन के है छक्के छुड़ाता।।
पत्थर हृदय कभी न बनता
सबको है मिल गले लगाता l
पलकें बिछाता , फूले न समाता
बोले तो फिर फूल झड़ाता।।
एक और एक है ग्यारह होता
एक डाल पर बने है रहता l
देशभक्ति के है गीत गाता
तन मन धन न्यौछावर करता।।
विश्व विजयी झंडा फहराता
डूबती नैय्या पार लगाता l
फूल बोता, बाग़ बाग़ होता
