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Vandana maurya

Children

4  

Vandana maurya

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आँख का तारा

आँख का तारा

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मैं हूं अपनी मां की आंख का तारा

आँख का तारा, मम्मी का प्यारा

पापा का वह राजदुलारा l

जान हथेली पर रख चलता 

दुश्मन के है छक्के छुड़ाता।।


पत्थर हृदय कभी न बनता 

सबको है मिल गले लगाता l

पलकें बिछाता , फूले न समाता 

बोले तो फिर फूल झड़ाता।।


एक और एक है ग्यारह होता 

एक डाल पर बने है रहता l

देशभक्ति के है गीत गाता 

तन मन धन न्यौछावर करता।।


विश्व विजयी झंडा फहराता 

डूबती नैय्या पार लगाता l

फूल बोता, बाग़ बाग़ होता


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