आख़री गुज़ारिश.....//
आख़री गुज़ारिश.....//
आप हमें तस्वीर में न सजाओं,
हमें तो तकदीर की ख्वाहिश हैं //
हमने तो दो लफ्ज बयान किए थे,
मगर आपकी बातों से झलका विष हैं //
दर्द ज़माने ने हज़ार दिए जनाब,
आपसे बस खुशी की नुमाइश हैं //
दुनिया कुछ भी कहें मगर मुझे ,
आप साथ रहो, यहीं आपसे सिफ़ारिश हैं //
कदम - कदम पर साथ देना,
बस यहीं आपसे आख़री गुज़ारिश हैं //
