कल जब दौर फिर से आयेगा तू फिर से सब कुछ भूल जाएगा कल जब दौर फिर से आयेगा तू फिर से सब कुछ भूल जाएगा
उस रब से बस ये ही ख्वाहिश, बस एक तू ही हो मुझे उस की नवाज़िश। उस रब से बस ये ही ख्वाहिश, बस एक तू ही हो मुझे उस की नवाज़िश।
इन फूलों की बस एक ही गुज़ारिश, बरस जाए ओ सावन की पहली बारिश। इन फूलों की बस एक ही गुज़ारिश, बरस जाए ओ सावन की पहली बारिश।
दिल की तपिश में, अरमानों की कशिश में, तुम साथ ना थे। दिल की तपिश में, अरमानों की कशिश में, तुम साथ ना थे।
अब इस दुनिया से दिल उकता गया मेरा, बेगानों से ना उनसे गिला-शिकवा है मेरा। अब इस दुनिया से दिल उकता गया मेरा, बेगानों से ना उनसे गिला-शिकवा है मेरा।