आज का दोहा
आज का दोहा
सुख उपजत पुरुषार्थ ते, काहे होत अधीर।
संतोष सबसे उत्तम धन, कह गए संत कबीर।
सुख उपजत पुरुषार्थ ते, काहे होत अधीर।
संतोष सबसे उत्तम धन, कह गए संत कबीर।