आधार
आधार
आधार खोजती है आत्मा जीवन का
विचारों का, अभिलाषाओं का,
आधार सपनों का, प्रश्नों का,
हर क्षण नई लालसाओं का,
आधार जिज्ञासाओं का,
आधार अपने अस्तित्व का,
और अस्तित्व के ईश्वर का,
ईश्वर जो पूरक है, या नहीं है,
हर अधूरी आस का,
उत्तर है प्राणों में
प्रवाहित कटु श्वास का,
कड़वी निराशाओं का,
और उन निराशाओं के
बीज बोती वासनाओं का,
आकांक्षाओं का,
ईश्वर जो संबल है,
इक मन का,
मन के परे वास्तव का,
और वास्तविकता को
सहन करती जीवात्मा का,
आधार खोजती
आत्मा के जीव का।