हम भारत मां के वीर है।
हम भारत मां के वीर है।
हम भारत मां के वीर है
होती नहीं अधीर है
देश हमारा जान से प्यारा
विश्व भर में है जो न्यारा
हमें इस पर अभिमान है
इसी में समाया हमारा सम्मान है
हम दुश्मनों को आगे बढ़ने नहीं देंगे
भारत मां की छाती पर जख्म पढ़ने नहीं देंगे
हम मर जाएंगे मिट जाएंगे
पर भारत मां को शर्मसार होने नहीं देंगे
इसमें भी भारत मां के विरुद्ध सिर उठाया
उसी को हमने क्षण भर में मार गिराया
देश हमारा अनेकों विविधताओं से ऐसे बंधा हुआ है
मानो रंग बिरंगे फूलों का कोई गुलदस्ता सजा हुआ है
हम इस के दामन पर दाग लगने नहीं देंगे
मां के आदर व सत्कार को कम होने नहीं देंगे
भारत के चप्पे-चप्पे से हमें प्यार है
इसकी सुरक्षा के लिए हम हरदम तैयार है
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरा मोती
इसकी तो चारों ओर फैल रही दैदीप्यमान ज्योति
हमें इससे अलग नहीं होना है
भारत मां के आंचल में अब सोना है
दुश्मनों को चैन से अब सोने नहीं देंगे
भारत मां की अभिमान को कम होने नहीं देंगे
हम इसकी सुरक्षा के लिए हरदम डटेंगे
जरूरत पड़ी तो आत्म बलिदान से भी पीछे नहीं हटेंगे
हमें विदेशी अत्याचारी ताकतों के विरुद्ध बैठना होगा
स्वदेशी वस्तु संस्कृति का नारा अपनाना होगा
इसी में भारत मां का सम्मान है
वही जो हम सबकी जान है
हम भारत मां के वीर है
होते नहीं अधीर है।
