कविता क्या है ?
कविता क्या है ?
कविता क्या है ?
जब सपने अधूरे रह जाते है ...
तो कविता बन जाते हैं .
ये सुना कहीं नहीं है मैंने
इस बात का आभास किया है
कई बार अधूरे सपनों को
मैंने भी जिया है .
जब अधूरे सपने
मन में तडपते है
कविता बन सपने सब
कागज पर मचलते है.
तब कवि करता है
एक नई शुरुआत
अधूरापन मिटाने की
रोते हुए सपनो को
कागज पर हँसाने की.
फिर एक नई उम्मीद
सपने में आकार भरती है
जो कविता में ही सही
सपने साकार करती है |