भारत के आदिवासी
भारत के आदिवासी
एक औरत हूँ मै और
नाम है मेरा द्रोपदी मुर्मु
अपने समाज को आगे बढ़ाने में
हर एक नाकाम कोशिश करती आयी हूँ।
आज वो वक़्त आ गया जब
भारत के हर समाज को साथ में पायी हूँ॥
उस समाज से रिश्ता मेरा
जहाँ आज भी भारत की
संस्कृति ज़िंदा बनी हुई है।
धर्म,जाति मायने नहीं रखता
आपकी मेहनत के आगे
यही संदेश पूरे भारत को देने आई हूँ ॥
