ने मज वृंदावनी
ने मज वृंदावनी
गोविंदा रे गोपाला रे | मुरलीधर कान्हा
ने मज गोकुळी रे कान्हा
ने मज वृंदावनी
पाहुदे तुझी गोप नगरी | प्रेमळ गोकुळवासी
राहुदे मज तुज सवे | बाल गोप होऊनी
गोप गोपी संगे गाई | हुंदडती वासरे
पाहुदे मज लीला सार्या | सखा तुझा होऊनी
ने मज गोकुळी रे कान्हा
ने मज वृंदावनी
गोविंदा रे गोपाला रे....
हंडी फोडू दही काढू | चाखुदे मज प्रेमघास
युमुनातीरी गोपाळ काला | गोकुळी लोण्याचा गोळा
चल जाऊ गायी चराया | जाऊ वृंदावनी
न्हाउदे मज युमुना जळी | खेळू तीरावरी
ने मज गोकुळी रे कान्हा
ने मज वृंदावनी
गोविंदा रे गोपाला रे....
साद घालुदे मुरली तुझी | मी मज हरपुनी जावे
मधुर मधुर नाद घुमुदे | तल्लीन जनमन सारे
मुरलीधर तु राधा संगे | गोप-गोपी रिंगणी
फेर धरुनी नाचुदे | रास रंगी वनी
ने मज गोकुळी रे कान्हा
ने मज वृंदावनी
गोविंदा रे गोपाला रे | मुरलीधर कान्हा