वकील
वकील
रामसिंह शहर के सबसे बड़े वकील उसी समय हो गए थे जब उन्होंने एक बहुत बड़ा केस जीता था। एक बच्ची की हत्या के जुर्म में माता पिता दोनों को इस आधार पर गिरफ्तार करके सजा दिलाई थी कि लड़की किसी दूसरे समाज के लड़के से विवाह करना चाहती थी। माता पिता ने अपने सम्मान और जाति के गौरव केलिए अपनी बेटी की हत्या की थी। रामसिंह हाई कोर्ट से जमानत कराकर अपने धनी ग्राहक के साथ लौट रहे थे। रास्ते में एक होटल में खाना खाने के लिए रुके। पास की टेबिल पर दो लोग खाना खाते हुए बात कर रहे थे। एक ने कहा "अब हमें बड़ा अपराधी बनना है। हम बड़ा गुनाह करके भी कानून की निगाह में नहीं आए" रामसिंह के कानों तक उनकी आवाज पहुंच रही थी। दूसरे ने कहा "कानून का भी अजीब हाल है। उस लड़की की हत्या हमनें की। और सजा माँ बाप को मिली। चलो ठीक हुआ। आगे से थोड़ी सी सावधानी रखने पर हम बहुत बड़े अपराधी बन सकते है। "
रामसिंह के हाथ से खाने की प्लेट छूट गई। उसके हाथ कांपने लगे। वह अब यही सोच रहा था कि ये बात कहीं उसके क्लाइंट ने न सुन ली हो।