आप आराम से लेटे हो, आपकी उम्र 14 साल है , बताओ क्या फीलिंग थी आप आराम से लेटे हो, आपकी उम्र 14 साल है , बताओ क्या फीलिंग थी
जो में सही और ग़लत की परख ना कर सका लानत हैं मुझे। जो में सही और ग़लत की परख ना कर सका लानत हैं मुझे।
विज्ञापन कम्पनी अपने प्रोडक्ट को खूबसरत पैकेजिंग के साथ प्रस्तुत करती है और कहती है! विज्ञापन कम्पनी अपने प्रोडक्ट को खूबसरत पैकेजिंग के साथ प्रस्तुत करती है और कहती...
मेरी जिंदगी के कोई भी पल ऐसे नहीं हैं जो याद करने लायक हों l मेरी जिंदगी के कोई भी पल ऐसे नहीं हैं जो याद करने लायक हों l
लेखक: येव्गेनी चारुशिन अनुवाद: आ। चारुमति रामदास लेखक: येव्गेनी चारुशिन अनुवाद: आ। चारुमति रामदास
माँ बाप भी जानने लगे थे की में उसे चाहती हूँ । सो हमारा रिश्ता तय हुआ , बहती गंगा में हमने भी हाथ धो... माँ बाप भी जानने लगे थे की में उसे चाहती हूँ । सो हमारा रिश्ता तय हुआ , बहती गंग...