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saabi .

Drama Romance Fantasy

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Drama Romance Fantasy

तेरी मोहब्बत में

तेरी मोहब्बत में

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एक चौराहा जहां चहल पहल थी, आस पास खाने पीने के ठेले लगे थे, नीचे कुछ लोग सब्जी बेच रहे थे, कोई फल बेच रहा था, तो कई मोमो चाउमीन के स्टॉल लगे थे, थोड़ी आगे icecream बिक रही थी, एक तरफ चाय की दुकान थी जहां कुछ बैठे अपनी गपशप में लगे थे, एक गली अंदर मार्केट में आ रही थी, जहां कपड़े और जरूरत का सामान की दुकानें थीं|

चाय की दुकान पर एक लड़का बैठा था, जिसे शायद किसी का इंतजार था, सांवला रंग, भूरी आँखें, तीखी नाक और ब्राउनी होंठ, perfect jaw line और perfect body की कोई एक पल को देखें तब अपनी नज़रें न हटा पाए, पास से आती जाती लड़कियां एक नज़र उसे देख कर ही जा रहीं थीं।

लेकिन उस का ध्यान इस पर नहीं था, वो आंखों में बेचैनी लिए किसी का इंतजार कर रहा था जो रोज यहीं से गुजरता था तभी किसी ने उस के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा, आरव लगता है की आज तेरे चांद का दीदार नहीं होगा तुझे?

आरव ने एक नज़र उसे देखा और बोला, करन मेरी रात नहीं गुजरेगी अगर मेरे चांद का दीदार न हुआ।

करन ने कहा, एक महीना हो गया तुझे उसे देखते हुए कब तक निहारेगा इससे आगे कोई बात बढ़ेगी या आंखों को ही पुरसुकून करेगा?

आरव ने कहा, जिस पल उस ने एक नज़र मुझे देखा उसी दिन उस के घर रिश्ता लेकर चला जाऊंगा?

तभी सामने से किसी के हँसने की आवाज़ आई और आरव ने सामने देखा उस के होठों पर मुस्कान खिल गई और उनमें से एक लड़की जिसने पीला सूट पहना था अपनी नज़रें नीचे किए जा रही थी, जैसे जैसे उनके कदम आरव के सामने बढ़ने लगे उस की दिल की धड़कनें बढ़ने लगीं और वो लड़की उस के पास से गुजरते हुए अपनी चोर नज़र से आरव को देखते हुए जानें लगी...

लेकिन उस का दुपट्टा पास खड़ी cycle में फंस गया, ये देख वो जल्दी जल्दी use निकाल रही थी तभी करन के धक्का देने पर आरव उस के करीब बढ़ने लगा ये देख वो लड़की घबराते हुए अपना दुपट्टा निकालने लगी आरव ने उस के करीब आकर हिचकिचाते हुए कहा, मैं करूं..

ये बोल उसने जैसे ही दुपट्टा निकाला उस का हाथ उस लड़की के हाथ को छु गया ये महसूस कर उस लड़की की आंखें बन्द हो गईं आरव ने दुपट्टा निकाला तभी पीछे से आवाज़ आई पीहू जल्दी आ..

ये सुनते ही पीहू ने एक नज़र आरव को देखा और भागते हुए चली गई उसके जानें पर आरव अपने बालों में हाथ डाल मुस्कुराने लगा ..

पीहू को ऐसे घबराए हुए देख कर उस की सहेली पूजा ने कहा, क्या हुआ आज तो नजर भर कर देख कर आई है फिर ये क्या?

पीहू के गाल गुलाबी हो गए थे उस ने अपना सिर नीचे करते हुए कहा, वो बस मदद कर रहे थे?

उस के बोलने पर वो सब हँसने लगी और बोली, तभी तू रोज उन्हें देखने के लिए बेसब्र रहती है ये बोल वो सब हँसने लगीं..

अगले दिन

आरव चाय की दुकान पर खड़ा पीहू का इंतजार कर रहा था लेकिन उसके आने के time से आधा घंटा ज्यादा हो गया लेकिन आज वो नहीं आई आरव के चेहरे पर पीहू को न देख पाने की बेचैनी साफ दिख रही थी तभी करन ने कहा, कब तक यहां खड़ा रहेगा?

आरव ने bike पर बैठते हुए कहा, जा रहा हूँ पता नहीं क्यों नहीं आई ठीक तो होगी?

करन ने कहा, भाई तू तो कह रहा था उस के देखते ही रिश्ता लेकर घर पहुंच जायेगा?

आरव ने कहा, मां से बात की हैं उन्होंने कहा है वो लोग जायेंगे पहले उनकी family तक खबर पहुंचा दें?

करन ने मुंह खोले ही कहा, क्या तू तो बड़ा फास्ट निकला इतनी जल्दी आरव ने उस का मुंह बन्द करते हुए कहा, मक्खी चली जायेगी और वहां से मार्केट की तरफ़ चला गया उसे कुछ समान खरीदना था?


वो मार्केट में आया और एक दुकान से कुछ खरीद रहा था तभी उस के कानों में पायल की आवाज पढ़ी अनजाने में ही होंठों पर मुस्कान आ गई, आरव ने झट से पलट कर देखा सामने से पीहू एक shop में जा रही कुछ औरतों को सामने जानें का इशारा कर आ रही थी..

आरव ने सामान ले कर bike पर टांगा और जल्दी से उस तरफ बड़ गया, वो पीहू की के पीछे जानें लगा अचानक से पीहू ने पीछे पलट कर देखा और आरव को देख कर वो घबराते हुए उसे इधर उधर देखने लगी..

आरव ने झट से उस का हाथ पकड़ा और दूसरी side आया जहां भीड़ भाड़ कम थी उसने कहा, कहां थीं आज centre क्यों नहीं गईं?

पीहू उस के इतने हक से और ऐसे सवाल पूछने पर डर रही थी उसने अपना हाथ छुड़ाना चाहा और आरव ने देखा वो क्या कर रहा है??

उस ने झट से पीहू का हाथ छोड़ा और दो क़दम दूर होते हुए कहा, डरने की जरूरत नहीं है बस तुम्हें न देख कर बेचैन हो गया था?.

पीहू लगातार नीचे देख रही थी शर्म से उस के गाल नाक कान सब लाल हो गए थे..

करन एक टक उसे देख रहा था वो घने काले लम्बे बाल, सफेद रंग की उस के हाथों की हरी नशें दिख रहीं थीं, बड़ी बड़ी काली आँखें और झुकी घनी पक्के, हार्ट शेप लाल होंठ और उनके पास का काला तिल वो बहुत खूबसूरत थी तभी आरव के कानों में उस की मीठी आवाज़ आई..

वो आज छुट्टी थी?

आरव ने मुस्कुराते हुए उसे देखा और उस की नज़रों के अहसास से पीहू की धड़कनें बड़ रहीं थीं, आरव ने कहा, कुछ बात करनी है तुम सेपीहू अपने दुपट्टे को हाथों में लिए नीचे देख रही थी उसने हां में सिर हिलाया..

आरव ने कहा, प्यार करता हूँ तुमसे और बहुत प्यार करता हूं? तुम्हारी एक झलक मेरा सुकून है और तुम्हें न देखूं दिल बेचैन रहता है रातों को नींद नहीं आती?

मेरे आंखो में तुम्हारे लिए मेरे अहसास दिखेंगे तुम्हें एक बार पलकें उठा कर देख सकती हो?

पीहू ने न में सिर हिलाया तभी आरव ने कहा, तुम्हारी आंखों में अपना अक्स देखना है?

ये बोल वो मुस्कुराते हुए पीहू को देखने लगा, पीहू को उस का इजहारे मोहब्बत बेचैन कर रहा था, उस की धड़कनें तेज़ रफ्तार में चल रही थी तभी उस ने धीमे से अपनी पलकें उठा कर आरव को देखा और उसकी आंखों में देखने लगी आरव ने बड़े अहसास से कहा, बहुत मोहब्बत करता हूँ तुम से आखिरी सांस तक तुम्हारी आगोश में रहना चाहता हूं और अपनी बांहों में तुम्हें रखना चाहता हूँ ?..

पीहू तो कांपने लगी थी उस की बातें सुनकर तभी आरव ने कहा, क्या तुम मेरा हाथ थामोगी मैं तुम्हारे घर रिश्ता लेकर आ रहा हूँ ?

ये बोल वो सवालिया नज़रों से पीहू को देखने लगा...


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