Priyanka Thakur

Drama Romance

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Priyanka Thakur

Drama Romance

सपनों और अपनों से बेपनाह प्यार

सपनों और अपनों से बेपनाह प्यार

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एक चुलबुली सी लड़की की कहानी है जिसे रिश्तो से बहुत प्यार था प्यार के लिए कुछ भी कर जाती थी चलिए सुनते हैं उसकी कहानी चुलबुली लड़की का नाम है सिमरन।

सिमरन एक अच्छे संपन्न परिवार की लड़की थी जिसे हर रिश्ते से बहुत प्यार था उसका परिवार भी बहुत बड़ा था उसके दादा दादी और चार चाचा चाची तीन बुआ फूफा जी उसके दादा के भाई का परिवार और सभी के बच्चे इतना बड़ा परिवार था उसका सब एक साथ रहते थे।

 उस परिवार की सबसे लाडली बेटी थी सिमरन क्योंकि सबसे बड़ी थी बच्चों में सिमरन मानो खुशियों की चाबी थी सभी के दिलों में राज करती थी हर परेशानी सिमरन के हाथ आते ही मानो जैसे गायब ही हो जाता था जिसे भी परेशानी होती थी वह सिमरन के पास ले आता वो भी खुशी खुशी हर किसी की परेशानियों को हल किया करती थी

 सिमरन दोस्तों रिश्तेदारों की हमेशा मदद करती थी साथ ही बाहर भी मिलने वाले बुजुर्गों की भी सेवा किया करती थी जरूरतमंदों की सहायता करती थी सिमरन ने अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट की थी यहां उसकी की शादी के लिए रिश्ते आने भी शुरू हो गए थे लेकिन सिमरन के सपने कुछ और थे वह एक समाज सेविका बनना चाहती थी वह जरूरतमंदों के हमेशा मदद करना चाहती थी।

सिमरन की शादी के लिए प्रेशर बढ़ने लगा फिर सिमरन ने भी सोचा शादी कर लेनी चाहिए माता-पिता परिवार की खुशी के लिए और अगर परिवार अच्छा है उसे भी एक नए परिवार में नए रिश्ते बनेंगे इस खुशी के कारण उसने सोचा शादी के बाद वह अपने नए परिवार से अपनी इस सपने के बारे में बात करेगी इसलिए उसने शादी के लिए हां कर दी

सिमरन की शादी हो गई नए परिवार में नए लोगों के बीच उसने अपने रिश्ते बनाने शुरू किए पर यह परिवार बड़ा अलग था सिमरन के परिवार में हर चीज खुशी खुशी होती थी लेकिन उसके ससुराल में डिसिप्लिन हर चीज का नियम कानून से चलता था सिमरन भी समझने की कोशिश कर रही थी। 

सिमरन के ससुराल के नियम बड़ा ही अजीब था कोई बेवजह हंस नहीं सकता था बेवजह कोई रो नहीं सकता था बेवजह किसी से बात नहीं कर सकता जो भी चीज करने से पहले सभी की परमिशन लेनी पड़ती थी सिमरन इस बात को समझ नहीं पा रही थी कि ऐसा क्यों है 

ऐसे करते-करते छः महीने बीत गए सिमरन ने सोचा कि अब परिवार से बात करनी चाहिए उसके सपने के बारे में सारे परिवार के इकट्ठा होने पर उसने भी यह बात छेड़ी यह बात सुनने के बाद उसके परिवार ने उसे मंजूरी नहीं दी कि हमारे घर की बहू समाज सेविका का काम नहीं करेगी सिमरन जैसे टूट सी गई उसका सपना चूर सा हो गया।

सिमरन उदास सी रहने लगी घर के काम करती फिर जाकर कमरे में डायरी लिखा करती थी जैसे मानो सिमरन अपने आप से दूर हो चली थी धीरे-धीरे वक्त बीतता चला गया सिमरन परिवार में उसी माहौल में ढलने लगी सिमरन प्रेग्नेंट हो गई उसने एक बेटी को जन्म दिया बेटी के आने से मानो सिमरन फिर से अपनी जिंदगी जीने लगे उसी में अपने सपनों को खोजने लगी थी धीरे-धीरे बेटी बड़ी होने लगी घर का माहौल भी चेंज होने लगा बेटी के आने से।  

सिमरन की बेटी ने सिमरन की डायरी पड़े तब उसने जाना कि उसकी मां की क्या सपने थे और वह क्या बनना चाहती थी और वह कैसी थी उसके ननिहाल में भी उसे बताया गया था सिमरन बहुत हंसमुख और चंचल स्वभाव की थी सिमरन की बेटी ने भी ठान लिया कि वह अपनी मां के सपने पूरे करेगी उसे भी जीने का हक है और वह यह हक उसे दिलाकर रहेगी 

सिमरन की बेटी जिसका नाम रश्मि था उसने अपने पिताजी और दादा जी से बात की सारे परिवार के सामने उसने कहा कि मेरी मां के सपने थे जो मैं चाहती हूं मेरी मां करे मेरी मां ने आप लोगों के लिए परिवार के खातिर अपने आप को बदला मेरी मां हंसना भूल गई है वह शादी के पहले खिलखिलाती थी हंसती थी उनको लोगों की मदद करना अच्छा लगता है उसको खुशी मिलती है तो वह क्यों नहीं कर सकती।

रश्मि के बहुत समझाने पर उसका परिवार तैयार हो गया सिमरन के सपने पूरे करने के लिए सिमरन की चेहरे की खुशी मानो उसे किसी ने जीवनदान दे दिया हो।  

रश्मि ने 8 साल की उम्र में अपने मां के सपने पूरे करने की ठानी थी और उसने करके दिखाया अपने मां के सपनों को पूरा किया सिमरन के लिए जैसे मानो रश्मि उसके सपने पूरे करने के लिए ही आई थी रश्मि के जरिए उसके सपने पूरे हुएसिमरन ने भी अपने परिवार अपनी बच्ची अपने हर रिश्तो को बहुत खूबसूरती से संभाला और अपने सपनों को भी सही दिशा में साकार किया वह बहुत खुश रहने लगी

सिमरन अपने परिवार अपनी बच्ची अपने हर रिश्तो को बखूबी प्यार से संभाला और साथ ही एक अच्छी समाज सेविका के रूप में पहचाने जाने लगी एक एनजीओ चलाने लगी गरीब बेसहारा लोगों की मदद करने लगी

सिमरन के साथ उसका परिवार भी इस समाज सेवा का हिस्सा बन गए सिमरन को शुरू से रिश्तो से बहुत प्यार था और सपने से भी बहुत प्यार था इसलिए अपने रिश्तो और सपनों के लिए हर तरह से अपने आप को मजबूत बनाए रखा उसने अपने सपने के लिए अपने रिश्तो को कभी नहीं छोड़ा।

सिमरन हर रिश्ते से प्यार करना सिखाती है और जरूरतमंदों की मदद करना भी सिखाती है सिमरन ने लोगों को सम्मान इज्जत प्यार देने की सीख दी जो लोगों यह सभी चीजों को भेट करता है उसे जीवन का हर सुख मिलता है।

सिमरन की कहानी में एक ही चीज था प्यार इज्जत सम्मान और सेवा जिसे उसे खुशी मिलती थी इसीलिए सभी को प्यार बांटना चाहिए इज्जत और सम्मान देना चाहिए और सेवा के लिए तत्पर खड़े रहना चाहिए।


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