सपने-नइ उम्मीद
सपने-नइ उम्मीद
मेरे अनुसार व्यक्ति को सपने हमेशा देखते रहना चाहिए। सपने अपने साथ नई उम्मीद और नया लक्ष्य लातें हैं। जब हमारे आस-पास सकारात्मक ऊर्जा रहती है तब ही हम सपना देखते हैं। जब हम एक सपना देखते हैं तो हम उसे पूरा करने के लिए पूरा प्रयास करने लगते हैं। कभी-कभी कुछ सपने हमारे लिए नहीं बने होते हैं, पर उन सपने को पूरा करने कि कोशिश में हम कई नई चीज़ें सीख लेते हैं, और वह हमारे आगे आने वाले सपने को पूरा करने के काम आते हैं। कभी-कभी परिस्थितियां हमारा साथ नहीं देतीं, लेकिन अगर हम दृढ़ -निश्चय कर लें तो हमें सफलता अवश्य मिलती है। मेरा भी एक सपना है, दूर कहीं पेड़ों और हरियाली से घिरा, एक सुंदर-सा घर, जिसके आस-पास मैं अपनी मन पसंद फल और सब्जियां लगाऊंगी।
एक लड़की थी, जिसका नाम रुपल था, वह बहुत महत्वाकांक्षी थी, उसे बचपन में आर्मी बहुत पसंद थी, इस कारण वह स्कूल में स्काउट में शामिल हो गई, लेकिन उसकी हाइट ज्यादा बढ़ नहीं पाई, आर्मी में जाने का सपना टूट गया।
फिर उसने मन लगाकर पढ़ाई करना शुरू किया और बैंकिंग की पढ़ाई का सोचा, लेकिन वह भी पूरा नहीं कर पायी, और उसकी शादी हो गई। उसके बाद ससुराल में उसे पूरी तरह से घर के कामों में धकेल दिया गया
कुछ समय बाद वह अपने पति और बच्चों के साथ जीवन जीने लगी। और उसने यह सोच लिया था कि भगवान ने मेरे लिए इससे भी अच्छा कुछ सोच रखा होगा।
२०-२१ साल बाद उसने अपने मन में कुछ निश्चय किया और फिर से पढ़ाई शुरू की। लेकिन इस बार किसी क्लास की नहीं बल्कि जनरल नॉलेज की पढ़ाई शुरू करी। करीब २-३ महीनों की मेहनत के बाद उसका सेलेक्शन करोड़ पति के लिए हो गया।
रूपल ने और ज्यादा मेहनत शुरू कर दी। इस बार उसे विश्वास था, कि जो सोचा है, वह उसके हाथ में है। पति और बच्चों ने भी उसका साथ दिया और उसकी मदद की। फाइनली वह उस हॉट सीट पर बैठी और उसने सारे प्रश्न खेले और सबसे बड़ा प्रश्न खेल कर जीता। आज वह अपने आप से जीत गई है। आज तक वह अपने आपको अपने आस-पास के लोगों से कम समझती थी। लेकिन आज पूरी दुनिया ने उसे सबसे ऊँचा कर दिया। आज उसका हर सपना पूरा हो गया।
