परिवर्तन
परिवर्तन


निभा ने जब लॉकडौन की खबर सुनी तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। वो विचारों के सागर में गोते खाने लगी, फिर मन को शांत किया। आज उसे लॉकडौन का महत्व पता चला। परिवार की खुशी का महत्व समझ आया। इस लॉकडौन में उसने जो आंतरिक और बाह्य परिवर्तन महसूस किया वो अमूल्य था।