परीक्षा
परीक्षा


गर् लेनी परीक्षा नाविक की,चुनौतियों से टकराने दो।
चुनौतियों के अतिरेक में,स्व धैर्य को दर्शाने दो।।
भान मुझे है जीवन पथ पर मिलते शूल अनेक हैं।
पर !निज सूझ-बूझ से,मुझे पथ प्रसुन बिखराने दो।।
आंसा सब कुछ मिल जाऐ तो चाह कब अवशेष रहे।
कुछ कमियों कुछ दुर्लभता से,मन मेरा ललचाने दो।।
बिन गहरे पानी में उतरे तल की थाह है मिलती किसको।
देनी है तो थोड़ी हिम्मत देदो,वरना बिन टोके मुझे जाने दो।।
टकराते-टकराते सख्त दिलों से,अब खुद का सीना संग-समान हो गया।
होने दो "मंजुल" पूरी उनकी की तमन्ना,उनको भी तीर चलाने दो।।