पढ़ाई की लगन
पढ़ाई की लगन
एक बच्चे में पढ़ने के प्रति बहुत लगन थी, किंतु गरीबी के कारण उसे बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
इस लगन के चलते उसने एक स्टेशनरी की शॉप में काम कर लिया, ताकि वह किताबें पढ़ सके।
एक बार उनके शहर में एक महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद व्याख्यान देने आए हुए थे। वह बालक भी उनको सुनने गया तथा व्याख्यान सुनने के बाद उसने उनसे अत्यंत गूढ़ प्रश्न किए जिन्हें सुनकर मुंशी जी को आश्चर्य हुआ उन्होंने बालक से पूछा-" तुम किस कॉलेज में पढ़ते हो ?"
इस पर बालक ने सिर झुका कर सारी हकीकत बताई। बालक की परिस्थिति एवं विद्वत्ता को देखकर मुंशीजी उससे बहुत प्रभावित हुए और उसे अपना सहायक बना लिया। वही बालक आगे चलकर विख्यात साहित्यकार बना।
