ऑल द बेस्ट संदली!
ऑल द बेस्ट संदली!
जानकी सोच में पड़ गयी, जो संदली कॉलेज से आकर भी यहाँ पार्क में अपने बहुत सारे दोस्तों के साथ धमा चौकड़ी मचा कर रखती थी। तब वह देखती है कि, उसकी फ्रेंड्स कहती है। क्या बात है। संदली!आजकल अकेले क्यों रहती हो।
तब संदलि! कहती है। जानकी आंटी और आप सभी के साथ रहते में अकेली कैसे हो सकती हूं?
तब जानकी जी सोचती है।आखिर क्या बात है? शायद मुझे संदली के घर जाकर ही कुछ पता चल सकता है।
तब जैसे ही संदली उठ कर अपने घर को जाने लगी तो जानकी ने कहा अरे संदली में भी तुम्हारे घर चलूँ मुझे कोई काम है।
संदली ने कहा नहीं -नहीं आंटी आप मेरे घर क्यों आओगी, प्लीज् आंटी मैं आप को यहाँ चुपचाप मिली इसका जिक्र मेरे घर मे नहीं करना।
तो जानकी जी ने कहा "ओ कमोंन संदली डेफिनेटली में तुम्हारे घर मे कुछ नहीं कहूंगी ओके...."
संदली ने कहा ओके आंटी चलिए....
और जब जानकी जी संदली के घर जाकर देखती है। तो संदली के माता-पिता शादी के कार्ड को देखकर डिसाइड कर रहे थे कि संदली की शादी के लिए कौन सा चुने?
तब जानकी जी पहुँचती है। और कहती है, क्या चल रहा है? तब उसके माता पिता हँसने लगते है। और कहते हैं कुछ नहीं संदली के लिए गाँव में बहुत अच्छा रिश्ता आया है।
लड़के की करोड़ों की ज़मीन है। पर लड़का बस 10वी तक पढ़ा लिखा है। और दिखने में भी ठीक ही है। हमारी लड़की तो राज करेंगी। कहाँ संदली एमबीए करके किसी कम्पनी में जॉब करना चाहती है। मॉर्डन ,ब्यूटीफुल,और बड़े -बड़े सपने,और रहने वाली मुंबई की। उसके लिए अगर ऐसे लड़के का रिश्ता आयेगा तो खामोश तो कोई भी लड़की रहने लगेगी। वो गाँव में आखिर कैसे रहेंगी? तब वो एक दिन पार्क में बैठे -बैठे ही एक डिसीजन लेती है। और अपने माता-पिता से कहती है......आप लोग मुझे खुश देखना चाहते है। ना मैं एक मॉर्डन लड़की मॉडल बनने के मेरे ख़्वाब हैं। किसी बड़ी कम्पनी में जॉब करने के ख़्वाब हैं। और आप मुझे एक गाँव मे शादी करके भगाना चाहते है यहाँ से। चलो कोई बात नहीं पर क्या? मैं वहाँ खुश रह पाऊंगी, सब कुछ रहेगा मेरे पास पर मेरे सपने ,ना जाने कहा खो जायेंगे।
कुछ दिन तो उसके माता-पिता कुछ नहीं कहते पर एक दिन जब संदली शाम को कॉलेज से आती है। तो कमरे की लाइट बंद रहती है। और जैसे ही वो लाइट जलाती है। तो सामने सजावट, केक सब रहता है। तब संदली के पापा मम्मी कहते है बेटा, अपनी नई सोच और आज़ादी के लिए ये केक नहीं काँटोगी? इस प्रकार संदली समझ जाती है। और खुश होकर अपने मम्मी पापा के गले लिपट जाती है।
तब उसके माता-पिता कहते है? जानकी जी की बात और तुम्हारे सपने हमारे लिए इम्पॉर्टेंड है। उस लड़के को तो कोई दूसरी लड़की मिल जाएंगी, पर हमारी बेटी ना जाने कहाँ खो जाती और हमसे दूर हो जाती। इसलिए बेटी तुम तुम्हारे सपने पूरे करो और आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हमेशा रहेंगे।
ऑल द बेस्ट हमारी प्यारी बेटी....