नेकी का फल
नेकी का फल
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में रामू नाम का एक लड़का रहता था। रामू बहुत ही मेहनती और दयालु था। उसके पास एक कुत्ता था जिसका नाम मोती था। रामू और मोती बहुत अच्छे दोस्त थे। रामू जब भी खेत में काम करने जाता, मोती हमेशा उसके साथ होता।
एक दिन रामू के गाँव में भारी बारिश हो गई और बाढ़ आ गई। रामू ने देखा कि गाँव के कई लोग मुश्किल में हैं और उनके घरों में पानी भर गया है। रामू ने सोचा कि उसे कुछ करना चाहिए।
रामू और मोती ने मिलकर गाँववालों की मदद करने का निश्चय किया। रामू ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने में मदद की और मोती ने बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल की। दोनों ने दिन-रात मेहनत की और कई लोगों की जान बचाई।
कुछ दिनों बाद, जब बाढ़ का पानी उतर गया, गाँववालों ने रामू और मोती की बहुत तारीफ की। सबने मिलकर रामू को एक उपहार देने का निश्चय किया। गाँववालों ने रामू को एक नया घर बनाने में मदद की और मोती को एक सुंदर पट्टा और खिलौने दिए।
कहानी का नैतिक: दूसरों की मदद करने से हमें हमेशा नेकी का फल मिलता है। मेहनत और दयालुता का परिणाम हमेशा अच्छा होता है।
Moral: Helping others always brings good rewards. Hard work and kindness always lead to positive outcomes.
