मिस्टर इंडिया
मिस्टर इंडिया
श्रेया क्या हुआ..... "तूने मुंह क्यों लटकाया हुआ है"। शादी के मंडप से लौटती हुई श्रेया को...गीतिका की बड़ी बहन ने पूछा। "तूने मुंह क्यों लटकाया हुआ है ।जयमाला हो गई है ?क्या...."
"नहीं दीदी अभी नहीं हुई अभी थोड़ा टाइम है।"
" इतना समय तो हो गया है ।"
समय तो हो गया है लेकिन होने वाले जीजू के रिश्तेदार स्टेज से उठने का नाम नहीं ले रहे है ।
सारे स्टेज को कवर कर के बैठे हैं। हमारे परिवार का एक भी आदमी के लिए जगह नहीं छोड़ी है ।हमारी दीदी की शादी...... हम नीचे खड़ी उन सबका तमाशा देख रही हैं ।वह गीतिका अकेली स्टेज पर हैं और हम उसके पास भी नहीं जा सकती इतने ढीठ रिश्तेदार हैं।कोई उठने का नाम नहीं ले रहा।"
"अरी.. मामा जी को कहना था ।"
"जीजाजी अपने रिश्तेदारों को बुला- बुला कर अपने साथ बैठा रहे। किसी की नहीं सुन रहे ।फूल -फूल के बैठ रहे हैं । हमारे परिवार को नीचा दिखाने की कोई कमी नहीं छोडी है ।दिल तो करता है कि मिस्टर इंडिया होती सब के दो -दो लगाती और किसी को पता भी नहीं चलता ।
दोनो हंसने लगी और हा..हा...सही कहा।चलों चलते हैं दुबारा पंडाल में ।दोनों शादी के पंडाल में वापिस आ गई।
दीदी ने मुश्किल से एक-दो जने खड़े होने की जगह बनाई। बड़ी कोशिश से हम गीतिका के पास पहुंच पाए। जयमाला होने की तैयारी हो रही थी हम बिलकुल गीतिका के पीछे थे ।तभी अचानक से लाइट चली गई ।गहरा अंधेरा हाथ को हाथ नहीं दिखाई दे रहा था।और इस लाइट चली जाने का फायदा श्रेया ने जीजू के मुंह पर जोर से हाथ साफ कर दिया। जब तक लाइट आई जीजू अपनी टाई ठीक करते हुए इधर- उधर देख रहे थे कि किसने मारा। फिर चुपचाप बैठ गये। किसी को पता नहीं चला। श्रेया मन ही मन मुस्कुरा उठी।कितना नीचा दिखा रहे थे। मिस्टर इंडियन बन के उनसे बदला भी ले लिया।
