Preeti Sharma "ASEEM"

Children Stories

4.0  

Preeti Sharma "ASEEM"

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रंग दे बसंती

रंग दे बसंती

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अर्चित बहुत खुश था।मम्मा आपके पास ऑरेंज कलर का दुपट्टा है। तूने आज दुपट्टा क्या करना है। मां ने हंसते हुए बोला।हमारे स्कूल में 15 अगस्त पर फंक्शन है.मुझे दुपट्टा चाहिए मैंने डांस में पार्टिसिपेट किया है।

 वाह ! यह तो बहुत अच्छी बात है। कौन से गाने पर डांस कर रहे हो। आपनी क्लास के बाकी बच्चों के साथ 15 अगस्त पर........मेरा रंग दे बसंती चोला.... मेरा रंग दे बसंती चोला अर्चित ने गाना शुरू कर दिया और वह बहुत ही खुश था।

आपको पता है भगत सिंह ने अपने देश के लिए कितना बलिदान किया। आज हमें टीचर ने बताया था कि हमारे देश को आजाद करवाने के लिए कितने सारे देशभक्तों ने अपने बलिदान दे दिए।उन्होंने अपनी चिंता नहीं की और देश के लिए मर मिटे।

अर्चित बहुत खुश था। रेखा ने उसे दुपट्टा दिया अपने दोस्त के साथ प्रैक्टिस करने के लिए रूम में चला गया।

रेखा को सुबह का वाक्य फिर से याद आ गया।तिवारी जी का बेटा कॉलोनी में नशा करता पाया गया। सारे कॉलोनी में चर्चा थी। रेखा को अर्चित की भी बहुत चिंता हो रही थी ऐसे माहौल में बच्चे, बच्चों को देखकर लत पकड़ लेते हैं। देश आजाद होने के बाद हमारे देश के बच्चे किस और चल पड़े है। जिस उम्र में आजादी से पहले देश के नौजवान अपने देश के लिए बलिदान दे रहे थे। आजादी के बाद उसी उम्र में आज के नौजवान नशे की राह पर चलकर खुद को मार रहे हैं।


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