मेरा परिवार
मेरा परिवार
उन्हें यह डर रहता है कि कहीं उनके बच्चे उन्हें बुढ़ापे में ना छोड़ दे, इस पर एक कहानी है, एक शहर में एक सेठ रहता था, उसके दो लड़के थे, सेठ का व्यापार बहुत अच्छा था, धीरे-धीरे उसके लड़के बड़े होने लगे, उन लड़कों ने अपने पिता से कहा कि हमारी कोई नौकरी लगवा दो, पर सेठ के पास पेसो की कोई कमी नहीं थी, और जान पहचान बड़े-बड़े लोगों के पास कुछ का बैठना उठना था, पर सेठ को ऐसा लगता था, कि अगर वह किसी से नौकरी की बात करेगा, तो उसे शर्मिंदगी होगी, उसने अपने लड़के को बुलाया, और कहा देखो मैं तुम्हारी सिफारिश नहीं कर सकता, तुम दोनों अपने आप नौकरी ढूंढो,
