लॉकडाउन की बातें कुछ सही कुछ गलत
लॉकडाउन की बातें कुछ सही कुछ गलत
यह कुछ तीन महीने पहले की बात है जब हमारा देश पुरा बन्द हो गया था और हम सब भी अपने घरो में बन्द थे। पहले ऐसा लगा जैसे हमे जेल में डाल दिया गया है लेकिन बाद में उस वक़्त मे हमे पता चला की घर ही हमारे लिये सबसे ज्यादा सुरक्षित जगह है। हमे अपने परिवार के साथ बहुत अच्छा समय बिताने मिला।
इस लॉकडाउन ने हमें खुद से मिलया है। हमे खुद को अच्छी तरह से जानने का अवसर मिला है। लेकिन इस कोरोना वायरस ने हमारे देश को तहस-नहस करके रख दिया है। सभी लोगों से यही गुजरीज है कि आप अपने परिवार का ध्यान रखें और अपना भी ध्यान रखे। और जब भी तबीयत खराब होती हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाय। सभी अपने घरो में रहिए और सुकुशल रहिए।