कोरोना के कारण नई परेशानी
कोरोना के कारण नई परेशानी
आज बाजार में शादी राम जी टकरा गए। वैसे शादी राम जी का असली नाम तो सौभाग्य मिल है लेकिन वे शादियां कराने का ही काम करते हैं तो लोग उन्हें शादी राम कहने लगी गए। हम भी उन्हें शादी राम के नाम से ही जानते हैं। हमने कोरोना के कारण दूर से ही रामा श्यामा की और पूछा "कैसे हो शादी राम जी ? बहुत दिनों बाद मिले हो।"
"हां भाईसाहब, कोरोना ने सबको अपने अपने घरों में कैद कर रखा था तो मिलेंगे कहां से। आज दर्शन हुए हैं आपके। बाल बच्चे सब मजे में तो हैं न" ?
"आप तो जानते हैं शादी राम जी कि हमारा रिटायरमेंट अब नजदीक ही है और पचास की उम्र के बाद पुरुषों के "बाल" "बचते" ही कितने हैं। हां, ये बात सही है कि "बचे हुए बाल" अभी तक सही सलामत हैं। उन पर किसी की लालची नजर नहीं गई वरना कोई नया "टैक्स" ही लग जाता अब तक। हम खीसें निपोरते हुए बोले।
"सही कह रहे हो भाई साहब। एक तो कोरोना केसों की तरह महंगाई लगातार बढ़ रही है और दूसरे , सरकार नित नये नये टैक्स लगाकर अपनी जेबें भर रही है। आमदनी दिलों की तरह लगातार सिकुड़ती जा रही है और खर्च हैं कि नेताओं की बयानबाजी की तरह बढ़ते ही जा रहे हैं। शुक्र है कि आपके "बाल" अभी बचे हुए हैं हमारे तो कब के "स्वर्ग" सिधार चुके। हम तो अपनी "चांद" को अमावस में रोशनी करने के काम में ले रहे हैं"। वे अपने टकले सिर पर हाथ फिराते हुए बोले।
हमने कहा "आज इधर कैसे आना हुआ आपका" ?
अपने चेहरे पे जमाने भर का दर्द उड़ेलते हुए वो बोले "इस कोरोना ने नित नई मुसीबतें पैदा कर दीं हैं। उसी का समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहा हूं"
"हम समझे नहीं। क्या आपको कोरोना हो गया है"। हम सोशल डिस्टेंसिंग बढ़ाते हुए बोले
"अरे नहीं भाईसाहब, मुझे क्या परिवार में भी किसी को कोरोना नहीं हुआ है। आप तो जानते ही हैं कि मैं कितनी समाज सेवा करता हूं। लोगों की शादियां करवाना कोई छोटा मोटा काम तो है नहीं ? कितनी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है ? अब ये कोरोना ने शादी में अड़ंगा डालते हुए मुसीबतें और बढ़ा दी हैं।" वो परेशान होकर बोले
"हां, ये बात तो है। सच में 11 आदमियों की सूची बनाना बहुत कठिन काम है। पूरी शादी में केवल 11 आदमी ही रहेंगे जिनमें पंडित भी शामिल है। उन 11 भाग्यशाली व्यक्तियों का चयन करना वाकई बहुत परेशानी वाला काम तो है" हम उनकी परेशानी समझते हुए बोले।
"अरे नहीं भाईसाहब , ये बात नहीं है। दरअसल कोरोना के चलते वर वधू पक्ष की नई नई "डिमांड" होने लगीं हैं।"
यह खबर चौंकाने वाली थी। हमें तो पता ही नहीं इस बारे में ? कितने पिछड़े हुए हैं हम भी ? हमने अपने आपको कोसते हुए कहा "जरा खुलकर बताइए शादी राम जी , हम कुछ समझे नहीं।"
वे बोले "आजकल इस कोरोना के कारण लड़की वाले और लड़के वाले नई नई फरमाइश करने लगे हैं। अब लड़का लड़की 'मांगलिक' हैं या नहीं , यह विषय महत्वपूर्ण नहीं रहा। अब तो यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि लड़के लड़की ने कोरोना का टीका लगवाया लिया या नहीं। और टीका भी कौन सा ? कोवीशील्ड या कोवैक्सीन ? घरवाले कोराना पोजीटिव तो नहीं हुए ? "कोरोना" हिस्ट्री क्या है ? घर में ऑक्सीजन सिलेंडर की क्या व्यवस्था है ? ये सब पूछा जाता है रिश्ता करते समय"
हमें यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ। शादी राम जी अपनी धुन में कहते रहे " पहले लोग कुंडली मिलाते थे अब "वैक्सीन" मिलाते हैं। अगर लड़के ने कोवीशील्ड वैक्सीन लगवायी है तो वह चाहता है कि लड़की कोवैक्सीन वाली मिले।"
हमने कहा "ऐसा क्यों"
वे बोले "लोगों का ऐसा मानना है कि यदि दोनों पति-पत्नी के अलग-अलग वैक्सीन लगी होगी तो उनका बच्चा "कोरोना प्रूफ" होगा मतलब उसे कभी कोरोना नहीं होगा। इसलिए आजकल इस "वैक्सीन मिलान कार्यक्रम" के कारण बहुत सारे संबंध बन नहीं पा रहे हैं। फिर अब लोगों की पसंद भी बदल गई है। कोरोना आने के पहले तो लोग सरकारी नौकर , आईआईटियन या डॉक्टर लड़का ढूंढते थे। मगर अब डॉक्टर लड़कों की डिमांड सबसे कम हो गई है और किराने वाले , सब्जी वाले, फल बेचने वाले, दूध बेचने वाले लड़कों की डिमांड में अचानक वृद्धि देखने को मिल रही है। डिमांड बढ़ती देखकर इन लड़कों वालों ने अपनी "रेट" भी बढ़ा दी है।"
हम अनाड़ियों की तरह भौंचक्के होकर यह सब प्रवचन सुन रहे थे । बोले "ऐसा क्यों" ?
वे बोले " इस कोरोना के कारण सबसे अधिक रिस्की जॉब डॉक्टर का ही हो गया है ना। कौन आदमी हैं जो अपनी बेटी ऐसे आदमी को देगा जिस पर हमेशा कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराता रहता हो। इस कोरोना के कारण बहुत से आईआईटियन बेरोजगार हो गए। अगर किसी का काम बढ़ा है , आमदनी बढ़ी तो वे हैं किराने वाले, फल-सब्जी वाले, दूध वाले ही हैं। और तो और , अब तो "होम डिलीवरी करने वाले" लोगों की भी डिमांड बढ़ गई है। क्योंकि सरकार ने कोरोना में इनको भी छूट दे रखी थी। इसलिए अब ये लोग "ऊंची हैसियत" वाले हो गए हैं ।"
हमने कहा "ये तो गजब बात है। चलो अच्छा हुआ जो आज आप मिल गए और हम भी लेटेस्ट जानकारी से "अपडेट" हो गए हैं। आजकल खुद को भी किसी "ऐप" की तरह "अपडेट" करना बहुत जरूरी है वरना "कूड़ेदान" में फेंके जाने का खतरा बढ़ जाता है। आपसे शादी वाली अपडेटेड जानकारी हमारे लिए वेंटिलेटर का काम करेगी। बहुत बहुत आभार आपका।"
और हम भी अपना बाजार का काम करके घर आ गए।
