कुछ दिन बाद चुनाव हुए और तारकेश्वर सिंह भारी मतों से विजई हुए। कुछ दिन बाद चुनाव हुए और तारकेश्वर सिंह भारी मतों से विजई हुए।
तुम्हारे पापा को इतनी भी समझ नहीं है कि तोहफे हैसियत देख के दिये जाते है तुम्हारे पापा को इतनी भी समझ नहीं है कि तोहफे हैसियत देख के दिये जाते है
वो कहते है, तू तो पराया धन है, तेरी शादी हो जाये, हम तो फ्री हो जाये। वो कहते है, तू तो पराया धन है, तेरी शादी हो जाये, हम तो फ्री हो जाये।
क्या मैं लिख भी सकूँगी ? शायद नहीं.... क्या मैं लिख भी सकूँगी ? शायद नहीं....
वह उठी और सुबह निकालकर फेंके हुये कपड़े वापस अलमारी में करीने से लगाने लगी। वह उठी और सुबह निकालकर फेंके हुये कपड़े वापस अलमारी में करीने से लगाने लगी।
अपना गुणगान किए ही कोकिला को उसकी हैसियत बता गई थी। अपना गुणगान किए ही कोकिला को उसकी हैसियत बता गई थी।