जो देखा वो लिखा (दृश्य)
जो देखा वो लिखा (दृश्य)
देखो आज की दुनिया का दृश्य
कही भी सच्चे प्रेम की गाथा नजर नहीं आती है।
शारीरिक वासना को ये दुनिया प्रेम बताती है।
ओर जो करे अन्तर मन से प्रेम तो उसे ये दुनिया झुठलाती है।
जाने ऐसे विचार दुनिया कहा से लाती है। ओर मेरे अन्तर मन को पीड़ा पहुंचाती है।
अरे वर्षो से दिखाई जा रही रामायण अपहरण की हुई स्त्री का चरित्र भी पवित्र हो ये दिखाती है।
ओर मेरे अन्तर मन शांति पहुंचाती है।
जाने ऐसे विचार दुनिया कहा से लाती है।
ओर देखो आज कल की फिल्मे ओर शोशल मिडिया अरे जरा सा लड़की का दुपट्टा सरक जाए और दिख ने लगे तन तो वह जूम करके नजरे टिकाई जाती है।
ओर समाज मे अश्लीलता फेलाई जाती है। ओर ज्यादातर फिल्में ओर सोशल मिडिया ये दृश्य दिखाती है। हमारी आने वाली पीढ़ी को नैतिकता नही भाईचारा नही। बल्कि छल, कपट, वासना, जाति भेदभाव और गन्दी राजनीति का पाठ पढ़ाती है।
ओर मेरे अन्तर मन को पीड़ा पहुंचाती है। जाने ऐसे विचार दुनिया कहा से लाती है।