जल संरक्षण
जल संरक्षण
एक गांव में पवन नाम का एक युवक रहता था। वह गांव में सबसे ज्यादा शिक्षित और समझदार था। वह गांव वालों को हमेशा पानी बचाने और पानी को व्यर्थ ना बहाने के बारे मैं जागरूक करता रहता था। वह लोगों से आग्रह करता पानी हमारे लिए अनमोल है इसे व्यर्थ ना बहाएं। पर लोग उसकी बातों पर जरा भी ध्यान नहीं देते थे। और लोग उसकी बातों पर ध्यान भी क्यों दें क्योंकि जो चीज हमें इतनी आसानी से और मुफ्त में मिल रही है हम उस चीज की कद्र ही कहां करते हैं यह हमारे स्वभाव में ही है जो चीज हमें बिना मेहनत के मिल जाती है हमारे लिए उसका कोई मोल ही नही रह जाता। पवन लोगों को समझा–समझा कर थक गया पानी हमारे जीवन की अमूल्य धरोहर है इसे व्यर्थ न जाने दें यह हमारे प्राणों में जान डालने वाला अमृत है और जब यह अमृत खत्म हो जाएगा तो जीवन खतरे में पड़ जाएगा बिना जल के जीवन की कल्पना भी निरर्थक है। लेकिन गांव वालों को लगता था पवन पागल है पानी भी कोई खत्म होने वाली चीज है भला,उनकी नजरों में पानी का कोई मोल नहीं था।
समय गुजरता गया और कुछ समय बाद गांव में सूखा पड़ गया सभी कुएं ,तालाब ,नदी ,नेहरों का पानी सुख गया। आसमान की तरफ देखो तो बादलों का नामोनिशान तक नहीं था। सभी पवन की कही बातों को याद कर पछता रहे थे अगर पवन की बात मान ली होती तो आज शायद यह दिन देखना नहीं पड़ता। पानी का अगर दुरुपयोग करने के बजाए सदुपयोग किया होता और पानी को बचाया होता तो आज हमारी यह दुर्दशा नहीं होती सभी को पानी की असली कीमत समझ आ चुकी थी। सभी ने अपनी गलती को स्वीकार कर पवन से क्षमा मांगी और कहा तुम सही कहते थे यह पानी ही हमारे जीवन का अमृत है हमें इसकी कीमत का अंदाजा नहीं था पर जब आज पानी खत्म हो गया तब इसकी कीमत हमें समझ आई है। अब हम वैसा ही करेंगे जैसा तुम कहोगे।
पवन ने सभी को समझाया कि हमें कम से कम पानी का उपयोग करना चाहिए हाथ धोते समय नहाते समय हर वक्त हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि पानी ज्यादा व्यर्थ ना हो। हम हमारे रोज के उपयोग के पानी में से थोड़ा-थोड़ा करके तो जल बचा ही सकते हैं साथ ही हमें वर्षा जल का संरक्षण करना भी भविष्य के लिए जरूरी है। वर्षा जल का संरक्षण करने के लिए हमें अधिक से अधिक कुएं खुदवाने होंगे तालाब बनवाने होंगे ताकि अधिक से अधिक वर्षा जल का संरक्षण हो सके साथ ही हम अपने–अपने घरों की छतों पर टंकी बनवा कर उन्हें मजबूत जाली या फिल्टर कपड़े से ढक कर जल संरक्षण कर सकते हैं।
और इसके अलावा हमें जंगलों को कटने से रोकना चाहिए तथा अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए ताकि अधिक से अधिक वर्षा जल हमें प्राप्त हो सके और अधिक से अधिक वर्षा जल का हम संरक्षण कर सकें।
हमें भी हमारे जीवन में यह ध्यान रखना चाहिए कि कम से कम जल का उपयोग करें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और जितना संभव हो सके वर्षा जल का संरक्षण करें। आने वाले समय में जल को लेकर भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है अतः हमें हमारे कल को सुरक्षित करने के लिए आज जल का सदुपयोग एवं जल की बचत हमारे लिए अनिवार्य है।
