गुमान
गुमान
रीना और टीना दोनों बहुत ही अच्छी मित्र थी। बचपन से ही दोनों साथ-साथ पढ़ी-लिखी और साथ ही वकालत की पढ़ाई करके वकील बन गई।
रीना शुरू से ही थोड़े सा शांत स्वभाव की थी.. मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती थी। टीना धनी परिवार की लाडली बिटिया थी.. रुपए-पैसे की कोई कमी नहीं थी। वह वकील तो बन गई पर हमेशा यही चाहती थी कि रीना उससे कमतर ही रहे। देखने में भी टीना ...रीना से सुंदर थी।
वह कहते हैं ना पैसा इंसान को अंधा कर देता है उसे कहीं ना कहीं अपने सौंदर्य और पैसे दोनों पर ही घमंड था।
रीना उसे समझाती कि तुमने वकालत करी है तो उस पेशै का तो मान रखो इस प्रकार किसी पर भरोसा कर चार पैसे ज्यादा कमाने के चक्कर में तुम एक दिन फंस जाओगी... परन्तु रीना उसे तो अपने रूप और पैसे दोनों पर ही गुमान था।
वह रीना को कहने लगी ..."तू मुझसे जलती है। तेरी वकालत ज्यादा नहीं चल रही इसलिए मुझे यह उपदेश दे रही है".... फिर एक दिन वही हुआ जिसका रीना को डर था। सुबह का अखबार जैसे ही उसने उठाया मानो उसके "पांव तले जमीन खिसक गई" उसकी दोस्त टीना के ऊपर किसी ने ऐसिड डाल दिया था और साथ ही किसी से रिश्वत लिए जाने का भी आरोप लगा था।
रीना तुरंत अस्पताल पहुंची जहां टीना को एडमिट किया गया था। बाहर पुलिस खड़ी हुई थी कोई रीना को अंदर जाने नहीं दे रहा था। टीना के माता-पिता रीना के सामने रोने लगे उन्हें भी आज अपने धनी होने के घमंड पर पछतावा हो रहा था कि हमारी वजह से ही आज उनकी टीना की यह हालत हुई है ।
रीना ... टीना का वकील बनकर केस लड़ने के लिए तैयार हो गई। उधर टीना के शरीर के घाव तो भर गए पर मन में उसे अपने किए पर ग्लानि हो रही थी कि किस प्रकार उसने अपने झूठे घमंड के कारण स्वयं को मुश्किल में डाल दिया।
रीना ने टीना का केस लड़ा और कोर्ट को बताया कि यह सब धोखे से हुआ है और जो गलती टीना से हुई थी उसे.. .…उसका पछतावा उसे है। कोर्ट ने उसकी अनैतिक संपत्ति जप्त कर ली और उसे जमानत पर भविष्य में दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया।
इसके पश्चात एक नई टीना का जन्म हुआ जिसने घमंड का के भाव का परित्याग कर सच्चाई और ईमानदारी को अपनाकर जीवन पथ पर चलने का संकल्प ले लिया।
संदेश---- "अहंकार बड़े से बड़े गुणों का नाश कर देता है।" इस कहानी के माध्यम से यही संदेश मिलता है कि मनुष्य का घमंड ही उसके पतन का कारण बनता है। अतः हमें स्वयं को इस घमंड से बचाकर सत्य एवं प्रेम के मार्ग पर चलना चाहिए।
