गलती किसकी थी????
गलती किसकी थी????
एक बार मालिक काम से थका हुआ घर लौटा। घर लौटते ही सीधा बिस्तर पर सो गया। कुछ क्षण बाद मालिक का पालतू कुत्ता जोर जोर से भौंकने लगा। बहुत देर तक यूं ही भौंकने के बाद मालिक बाहर आया और उसे जमकर लताड़ने लगा और थोड़ी देर बाद फिर जाकर सो गया। परंतु पूरी रात मालिक को नींद फिर भी नहीं आई। दो तीन दिन तक ऐसा ही चलता रहा, मालिक पालतू कुत्ते के भौंकने से बिलकुल नहीं सोया। यही कारण था कि मालिक ने एक दिन क्रोध में आकर कुत्ते को मार दिया। जिस रात उसने कुत्ते को मारा, उस दिन वह बहुत रोया और रोते -रोते सो गया, कभी न जागने के लिए।।
जी हाँ ! कभी नहीं जागने के लिए। मालिक मर चुका था। रोज रात को भौंकने वाले उस कुत्ते को मालिक पर आने वाला खतरे का शायद आभास था क्योंकि वह कुत्ता कोई भी अदृश्य शक्ति या आने वाले खतरे को पलक झपकते भांप लेता था। यहीं कारण था कि कुत्ता मालिक की मौत से पहले रोज भौंका करता था। यहाँ पर जोर इस बात पर नहीं कि मालिक की मौत के पीछे भूत प्रेत या किसी व्यक्ति का हाथ है बल्कि इस बात पर है कि आखिर गलती किसकी थी???????
वो मालिक जो इतनी दिनों से नहीं सोया या वो कुत्ता जिसने मालिक के प्रति वफादारी और प्रेम का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।
