चिंता
चिंता
आज बहुत दिनों के बाद एक पुराना मित्र मुझे मिला, इधर उधर कि गपशप करने के बाद हम बाजार घूमने के लिए निकल पड़े। मित्र को शराब कि दुकान दिखते ही तलब ने घेर लिया। मैं बाहर खड़ा उसका इंतजार करने लगा तभी मैंने देखा एक बुढ़िया बीमार हालत में फल बेचने बैठी है।
'' बाबूजी फल लेना है ' एक 8-10 साल का लड़का मुझसे पूछ रहा था। बुढ़िया फिर से खाँसने लगी
लड़का दौड़ कर उसके पीठ को सहला कर मेरे पास लौट आया। यह तेरी कौन है - मैंने पूछा
दादी - लड़का बोला
अम्मा और बाबा कहा है तेरे - मैंने कहा
बाबा काम पर गये है और अम्मा घर में है
मुझे दादी के पास भेजा है ताकि दादी फल बेच कर बाहर का कुछ खा न सके। क्योंकि बाहर का कुछ भी खाने से दादी और अधिक बीमार पड़ सकती है
इसलिए अम्मा को हमेशा चिंता लगी रहती है लड़के ने जवाब दिया ।
