भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
अगर इस भारत देश में सच्चा हीरो कोई है तो मेरे दृष्टि से वे हैं भारत के वीर सैनिक। आज हम भारत वासी चैन की नींद सोते हैं तो ये केवल अपनी सैनिकों के वजह से ही हैं। ये वीर सैनिक अपनी देश की रक्षा के लिए अपना खून बहा देते हैं। अपने घर - परिवार और बाल बच्चों से दूर रहकर भारत देश की रक्षा करते हैं। प्रत्येक वर्ष में न जाने कितने ही वीर सैनिक शाहिद हो जाते हैं दुश्मनों से इस देश को बचाने के लिए। आंखों से आँसू भर आती हैं जब एक मां अपने लाडले बेटे को खो देती हैं और एक पत्नी अपने जीवन साथी को हमेशा के लिए खो देती हैं और नन्हा सा बच्चा अपने पिता के प्यार एवं दुलार को खो देता हैं। ना जाने उन सभी माँओं के भीतर क्या गुजरती होगी हम इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। ये वीर सैनिक के बिना इस देश का कोई अस्थित्वा ही नहीं हैं। ये देश के वीर जवानों के लिए भारत देश का प्रत्येक नगरिक उनका बच्चा होता हैं। ये हर नागरिक के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। भारतीय सेना होना बहुत गर्व की बात है क्यूंकि आज सम्पूर्ण विश्व में यदि किसी देश के सैनिकईं को अच्छे से समझा जाता हैं तो वे भारत के सैनिक को। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कोरिया, वियतनाम, आदि कई स्थानों पर शांति स्थापना और सुरक्षा के लिए भारतीय सेना को कई अवसरों पर देश की आन की ख़ातिर संघर्ष करना पड़ा। इस प्रकार अपने घर परिवार से दूर रहकर अपने देश की सुरक्षा और गौरव के लिए अपना जीवन डट कर जी रहे हैं। लेे लेकिन दुःख की बात यह है कि जितनी सुविधाएँ उनको उपलब्ध होनी चाहिए वे सब निश्चय ही उन्हें नहीं मिल पा रहा हैं। इस कारण यदा कदा असंतुष्ट भी रहते हैं। लेकिन इन सभी की परवाह न करके भी कुछ आधुनिक युग के नवयुवक इसको अपना कैरियर बनाने के लिए पहले से ही निश्चय हो जाते हैं। उनके माता पिता भी उस युवक को प्रो्साहित करते हैं।
भारतीय सेना व्यवस्था बहुत ही अद्भुत है और विश्व की सब से श्रेष्ठ सेना हैं। हर देश की सुरक्षा में सेना का प्रथम और महत्वूर्ण स्थान है, अगर इस भारत देश में सच्चा हीरो कोई हैं तो मेरे दृष्टि से वे हैं भारत के वीर सैनिक। आज हम भारत वासी चैन की नींद सोते हैं तो ये केवल अपनी सैनिकों के वजह से ही हैं। ये वीर सैनिक अपनी देश की रक्षा के लिए अपना खून बहा देते हैं। अपने घर - परिवार और बाल बच्चों से दूर रहकर भारत देश की रक्षा करते हैं। प्रत्येक वर्ष में न जाने कितने ही वीर सैनिक शाहिद हो जाते हैं दुश्मनों से इस देश को बचाने के लिए। आंखों से आँसू भर आती हैं जब एक मां अपने लाडले बेटे को खो देती हैं और एक पत्नी अपने जीवन साथी को हमेशा के लिए खो देती हैं और नन्हा सा बच्चा अपने पिता के प्यार एवं दुलार को खो देता हैं। ना जाने उन सभी माँओं के भीतर क्या गुजरती होगी हम इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। ये वीर सैनिक के बिना इस देश का कोई अस्तित्व ही नहीं है। ये देश के वीर जवानों के लिए भारत देश का प्रत्येक नागरिक उनका बच्चा होता हैं। ये हर नागरिक के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। भारतीय सेना होना बहुत गर्व की बात है क्योंकि आज सम्पूर्ण विश्व में यदि किसी देश के सैनिकईं को अच्छे से समझा जाता हैं तो वे भारत के सैनिक को। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कोरिया, वियतनाम, आदि कई स्थानों पर शांति स्थापना और सुरक्षा के लिए भारतीय सेना को कई अवसरों पर देश की आन की खातिर संघर्ष करना पड़ा। इस प्रकार अपने घर परिवार से दूर रहकर अपने देश की सुरक्षा और गौरव के लिए अपना जीवन डट कर जी रहे हैं। लेे लेकिन दुःख की बात यह है कि जितनी सुविधाएं उनको उपलब्ध होनी चाहिए वे सब निश्चय ही उन्हें नहीं मिल पा रहा हैं। इस कारण यदा कदा असंतुष्ट भी रहते हैं। लेकिन इन सभी की परवाह न करके भी कुछ आधुनिक युग के नवयुवक इसको अपना कैरियर बनाने के लिए पहले से ही निश्चय हो जाते हैं। उनके माता पिता भी उस युवक को प्रो्साहित करते हैं। भारतीय सेना व्यवस्था बहुत ही अद्भुत है और विश्व की सब से श्रेेष्ठठ सेना हैं। हर देश की सुरक्षा में सेना का प्रथम और महत्वूर्ण योगदान रहता हैं । भारतीय सेना के जवान देश भक्ति की सच्ची और विश्व सनिय मिशाल हैं। भारतीय सेना मौका आने पर ईंट से ईंट जवाब देती है। अपने जीवन के अंतिम क्षण तक अपने देश के लिए जीते हैं और लड़ते हैं और अपना जीवन कुर्बान कर देते हैं। ये वीर जवान सर्दी हो या गर्मी किसी चीज़ का भी पर्वाह नहीं करते अपने देश वासियों का रक्षा करते हैं।
भारतीय सेना आज दुनिया की सर्वाधिक शक्तिशाली देशों में प्रथम स्थान पर है। यह भारतीय सेना के अनुशासन की मिशाल हैं।
वे सुरक्षित रखते हैं देश के मान सम्मान की,
वे सुरक्षित रखते हैं देश की जनताओं की,
वे सुरक्षित रखते हैं देश के मर्यादा की,
लेकिन आखिरकार हम बदले में इस देश वासियों को क्या देते हैं। कभी किसी ने इस पर विचार नहीं किया।
आज मुझे जय जवान जय किसान नारा भारत का प्रसिद्ध नारा हैं। इस नारे में वीर जवानों और किसानों के श्रम को दर्शाता हैं। यह नारा सरहद पर खड़े जवान और खेत में काम करते किसान कि अटूट मेहनत एवं श्रम को दर्शाता हैं।
जब किसान और जवान की बात आती हैं तो हम लोग उनके योगदान की कीमत कभी नहीं चुका सकते। इनका समाज में योगदान अमूल्य हैं , अमूल्य हैं!!
सीमा पर खड़े। रहकर जवान एवं सैनिक अपनी जान की बाजी लगा कर इस देश की सुरक्षा करते हैं। उस जवान का देश के लिए प्रेम निश्चल है और अमर हैं। वह भारत माता के लिए अपना जान क़ुर्बान करना चाहता है। उनके लिए देश प्रेम के सामने कोई भी प्रेम ज्यादा नहीं हैं। उनके के लिए देश की रक्षा करना है सर्वोपरि और सर्वोच्च हैं। देश के लिए अपना जीवन त्यागना कोई आम इंसान की बस की बात नहीं हैं। जिस इंसान के रग रग में देश की सुरक्षा करना ही प्रथम कर्तव्य है उसके मन में सभी भाव, लोभ, लालच, मोह माया सभी को छोड़ना होता हैं। अपने आप को धरती माता के लिए समर्पित होना पड़ता हैं, तभी जवान शब्द से संबोधित किया जाता हैं। जब कभी भी हम भारत के वीर सेनानियों के बारे में सुनते हैं या पड़ते हैं तो बाबा जसवंत सिंह रावत के बारे जरूर पढ़ते हैं।
शरीर तो मिठ जाता हैं, लेकिन जज्बा हमेशा जिन्दा रहता हैं।। यह कहावत १९६२ के भारत चीन युद्ध में ७२ घंं घंटों तक अकेले चीनियों से लड़ने वाले शहीद महावीर चक्र विजेता राईफिल मन जसवंत सिंह रावत पर यह कहावत सटीक बैठता है। इन की यह कहानी आज भी अमर हैl उसी प्रकार बाबा हरबजन सिंह जो शहीद सैनिक हैं लेकिन आज भी देश की सेवा में शामिल हैं। कहा जाता हैं कि उन्होंने अपने साथी। सैनिक के सपने में आकर अपनी मौत की खबर दी और यह भी बताया कि उनका शरीर कहां मिलेगा। खोजबीन करने के ३ दिन बाद भारतीय सेना को बाबा हरबजान सिंह का पार्थिव शरीर उसी जगह मिला। उनकी मौत होकर लगभग ५० वर्ष हो गए लेकिन आज भी उनकी आत्मा भारतीय सेना अपना कर्तव्य निभा रहा हैं। बाबा हरबाजन सिंह को नाथुला का हीरो भी कहा जाता हैं m उसी प्रकार आजादी को लेकर चंद्रशेखर आजाद का जज्बा ऐसा था कि वो पीठ पर कोड़े खाते रहे और वन्द मातरम् का उद्घोष करते रहे। चन्द्र शेखर आज़ाद कहते थे कि" दुश्मन की गोलियां का, हम सामना करेंगे, आज़ाद ही रहे हैं आज़ाद ही रहेंगे"। उनका इस नारे का युवाओं पर बहुत असर पड़ा था। वे लोग भी देश की आज़ादी के लिए समर्पित हुए। इसी तरह उन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपनी प्राण की आहुति दे दी। विक्रम बत्रा भारतीय सेना के एक अधिकारी थे जिन्होंने कारगिल युद्ध में अभूतपूर्व वीरता का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त की।
हमारे देश में ऐसे कई लोग हुए हैं जिन्होंने अपने देश की सुरक्षा के लिए अपना प्राण त्याग दिए हैं। जैसे कि:- भगत सिंह, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सुबाश चन्द्र बोस, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आज़ाद, बाबा हर भजन सिंह, लाल बाल पाल, जसवंत सिंह रावत, विक्रम बत्रा , आज के समय में कर्नल संतोष बाबू आदि ऐसे कई लोगों का नाम इतिहास में दर्ज हैं। भारतीय सेना दुनिया की समस्त सेनाओं में अग्रणीय सेना हैं और मुझे अपने वीर सैनिकों पर गर्व है, जो हर प्रकार के मुसीबतों का सामना करके हमें जीवन प्रधान करते हैं ताकि हम आज़ाद भारत की खुली फिज़ा में सांस ले सके। ये आज केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी विश्व में जाने जाते हैं। हमारा देश जब तक रहेगा इनका नाम हमारी ज़ुबान पर हमेशा रहेगा। भारतीय सेना के द्वारा बहुत से युद्ध हैं जिनमें प्रमुख हैं- भारत पाकिस्तान युद्ध, भारत चीन युद्ध, कारगिल युद्ध आदि ऐसे कई युद्धों का सामना हमारे वीर सैनिकों ने मिल कर सामना किया। अगर मैं देश का सैनिक होता तो मुझे इन्हीं लोगों के तरह हमेशा हमेशा के लिए अमर होने का मौका मिलता। हमारे देश की जनता देश के सैनिकों की बहुत इज़्ज़त करते हैं। अगर मैं सैनिक होता तो देश में होने वाली बुराइयों से लड़ता और देश की सुरक्षा करता। भारत के कुछ ऐसे वीर योद्धाओं जिन्होंने अपने पराक्रम और दिमाग से राज किया था। भारत वो धरती हैं जहां दुनिया में सबसे ज्यादा वीरों ने जन्म लिया। भारत महान शासकों का देश रहा हैं जहां अलग- अलग काल में एक से एक बढ़कर राजा ने भारत पर राज्य किया था। भारतीय सैनिक कर्त्तव्यपरायणत , देश भक्ति से ओत प्रोत होते हैं। सैनिकों के गुण आम आदमी के गुणों से विपरीत होते हैं। ये भारतीय सेना जाती और धर्म से दूर रहकर एकता की भावना का हैं- एक के सभी और सभी के लिए एक हैं। इनके मन में किसी भी तरह की कोई स्वार्थी की भावना नहीं होती हैं। प्रत्येक सैनिक ईमानदारी और निष्पक्षता की भावना से रहते हैं। इनका जीवन बहुत ही कष्टदायक होता हैं और वे अपने लिए नहीं बल्कि देश के लिए जीते हैं और खुशी खुशी मातृभूमि के लिए अपना प्राण त्याग देते हैं। इनके जीवन हर क्षण खतरे से रहता हैं और मौत कहीं से भी सामने आ सकती हैं। लेकिन फिर भी इनके मन में किसी भी तरह का डर नहीं रहता वे गर्व से मातृ भूमि की सुरक्षा करते हुए देश लिए शाहिद होना अपना कर्तव्य और सौभाग्य मानते हैं।
आज हम देख रहे हैं कि पिछले ५-६ महीनों से कोविड-१९ के कारण हम सब घर पर ही रह कर इस महामारी से लड़ रहे हैं। लेकिन इस कठीन अवस्था में भी आज भारत के वीर सैनिक और पुलिस और डॉक्टर्स अपने जान पे खेल के महामारी से हमारे देश की जनता की रक्षा कर रहे हैं ताकि हम सुरक्षित और स्वास्थ रह सकें और अपने घर परिवार के साथ खुश रह सके। और वे लोग हमारी सुरक्षा के कारण और अपना घर और परिवार को मिल भी नहीं पा रहे हैं। इन सभी लोगों के द्वारा ही हमारा देश सुरक्षित और स्वास्थ हैं। इनके लिए हम कितना भी करे वो सब कम ही है और हम इनका ऋण कभी नहीं चुका सकते।
भारतीय सैनिक का उच्च मनोबल बना रह सके इस लिए सरकार को अन्य मदों से धन काट कर, भ्रष्टाचार को दूर करके जैसे भी हों सैनिक का जीवन की हर आवश्यकता पुरी करनी चाहिए। ये आज जो कार्य हम भारतवासी के लिए कर रहे हैं इनका ऋण हम जन्मों जन्मों तक नहीं चुका सकते। दिन हो या रात ये अपना कर्तव्य सम्पूर्ण रूप से निभा रहे हैं। ये सभी सैनिक, डॉक्टर्स, पुलिस, ईश्वर का रूप धारण कर समाज को सुरक्षित रख रहे हैं।
"मेरा मुल्क ही मेरी जान है, इसकी रक्षा करना मेरी शान हैं, यही भारत सेना की पहचान हैं।"