Nishant yadav Badayuni

Tragedy

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Nishant yadav Badayuni

Tragedy

बेवफाई की हद

बेवफाई की हद

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एक खुशहाल परिवार, हंसता खेलता खुशहाल परिवार। मां बाप और दो भाई, बड़े भाई (विक्रम) की शादी हो चुकी थी, उसके दो बच्चे थे, छोटा भाई ( रौशन) जीवन बीमा एजेंट था। बड़ा भाई खेती करता था। विक्रम अपने छोटे भाई को बहुत प्यार करता था। परिवार में सारे लोग प्यार से रहते थे, एक दिन रौशन की शादी का रिश्ता आया लड़का-लड़की ने एक दूसरे को पसंद भी कर लिया लड़के वालों ने दहेज लेने से मना कर दिया, शादी बहुत धूमधाम से हुई, कुछ समय बीत जाने के बाद लड़की (रागिनी ) की शिक्षा मित्र की नौकरी लग गई, अब रागनी स्कूल में पढ़ाने जाती, रौशन सुबह उसे स्कूल छोड़कर अपने दफ्तर चला जाता। सब खुश थे, विक्रम खेतीबाड़ी देखता रोशन अपना काम देखता मां बाप घर पर रहते थे, विक्रम की पत्नी विमला घर पर रहती थी छोटे भाई की पत्नी रागनी स्कूल पढ़ाती थी। काफी समय बीत जाने के बाद रागनी ने एक लड़की को जन्म दिया सभी खुश थे बच्ची को सभी प्यार करते थे। बच्ची लगभग 3 साल की हो गई रागिनी उसे अपने साथ स्कूल ले जाती। कुछ समय बाद रागनी जिस स्कूल में पढ़ाने जाती उसी स्कूल के एक अध्यापक के साथ रागनी के नाजायज़ संबंध हो गए, मध्यान्ह के समय वे दोनों चुपचाप एक कमरे में चले जाते, एक दिन रागनी की लड़की ने उन्हें देख लिया, शाम को जब घर आई तो उसने तुतलाते हुए अपने बड़े पापा यानी विक्रम को बताया लेकिन वह कुछ समझ नहीं पाए, कुछ दिन बाद उसने फिर देखा और अपने पापा यानी रौशन को बताया, रौशन को सब समझ में आ गया लेकिन वह यह बात सबको कैसे बताए उसके समझ में नहीं आ रहा था। 

एक दिन रौशन को दफ्तर में काम कम होने के कारण मध्यान्ह के समय स्कूल चला गया और उसने सब कुछ अपनी आंखों से देखा, वह पागल सा हो गया और घर आ गया। शाम को जब रागनी घर आई तो उसने पूछा कि तुम मुझे लेने क्यों नहीं आए रौशन पहले से ही गुस्से में था, उसने रागिनी को कमरे में बंद करके उसे मारने लगा, सारे दरवाजा खुलवाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन दरवाजा नहीं खोला बस आवाज आ रही थी कि "तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया, मैंने तुम्हें किस चीज की कमी रखी थी, मैं तो तुम्हें कितना प्यार करता हूँ" लगभग एक घंटे बाद रौशन बाहर निकला और चला गया, शाम हो गई मगर रौशन वापस नहीं आया, रागिनी अपने मां बाप को बुलाकर अपने घर चली गई, सारे लोग ने मिलकर रौशन को बहुत ढूंढा मगर उसका पता नहीं लगा, दो-तीन दिन बाद रौशन घर आया और अपनी पत्नी के बारे में पूछा तो पता चला कि वह अपने मां-बाप के घर गई हैं, रोशन ने तुरंत मोटरसाइकिल उठाई और अपने ससुराल गया और अपनी पत्नी से घर वापस चलने को कहा, लेकिन रागनी ने मना कर दिया रोशन ने माफी मांगी और कहा जो हुआ उसे भूल जाओ, मेरे साथ चलो लेकिन उसने मना कर दिया। रौशन गुस्सा होकर वहां से निकल गया और तेज रफ्तार से मोटरसाइकिल चलाने लगा, कुछ दूर जाकर उसका एक्सीडेंट हो गया कुछ लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचा दिया और रौशन के घर भी खबर कर दी रौशन के परिवार वाले पहुंचे तो डॉक्टर ने ऑपरेशन करने को कहा। विक्रम ने अपनी सारी जायदाद बेच दी, और पैसा लेकर अस्पताल पहुंचा, ऑपरेशन शुरू हुआ रागनी को भी खबर कर दी। कुछ समय बाद रोशन को होश आ गया मगर मैं कुछ बोल नहीं पा रहा था, जब रागनी रौशन के पास पहुंची तो रौशन की आंखों से आंसू निकलने लगे, और कुछ बोलने की कोशिश में बेहोश हो गया, दोबारा होश आया तो वही सब दोबारा हुआ और बेहोश हो गया। फिर डॉक्टर ने सबको पास जाने से मना कर दिया, लेकिन रागनी जानबूझकर उसके पास गई, और जब रौशन को होश आया तो रौशन के होंठ कंपकंपाने लगे ऐसा लग रहा था कि वह अपनी गलती की माफी माँग रह हो, कुछ देर बाद रौशन की मौत हो गई, रागनी की आँखों से एक आँसू भी नहीं निकला और तुरंत वहीं से अपने मां बाप के घर चली गई , पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ था। कुछ समय बाद जब उसे विक्रम और परिवार वाले लेने गए तो उसने मना कर दिया, और अपनी बच्ची को भी अपने साथ रखने स मना कर दिया। कुछ दिन बाद रागनी ने दूसरी शादी कर ली रौशन का पूरा परिवार बर्बाद हो चुका था सारी जायदाद बिक चुकी थी। किसी से हद से जादा प्यार भी बर्बादी कारण बन है। औरत की बेवफाई की कोई हद नहीं होती।



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