Mohammed Talha sidat

Inspirational

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Mohammed Talha sidat

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असफल दुकानदार की सफलता

असफल दुकानदार की सफलता

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    एक बुजुर्ग व्‍यापारी था, जिसके दो बेटे थे और उन दोनों की शादी हो चुकी थी और उन दोनों लड़कों के बच्‍चे थे। उस बुजुर्ग व्‍यापारी की मार्केट में मिठाई की बहुत बडी दुकान थी।


उसी दुकान पर उसके दोनों बेटे भी काम करते थे जो अपने पिता की मिठाई की दुकान चलाने में मदद करते थे। उनकी दुकान पूरे मार्केट में सबसे अच्‍छी चलती थी। 


उस बुजुर्ग व्‍यक्ति को पूरा शहर जानता था और उसकी बहुत इज्‍जत करते थे ।एक समय की बात है जब दिवाली का समय था उस समय उनकी मिठाई की दुकान पर बहुत भीड़ रहती थी, क्‍योंकि सीजन था।   उनकी दुकान पर एक व्‍यक्ति आता है और उनसे मिठाई खरीदता लेता है और जाने लगता है

M तो वह बुजुर्ग व्‍यक्ति उस व्‍यक्ति से कहता है ''साहब मिठाई के 500 रूपये तो दे दीजिए।''


व्‍यक्ति : ''पैसे दे तो दिए और कितने पैसे चाहिए?''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : ''साहब अभी आपने पैसे नहीं दिये।''


व्‍यक्ति : ''अरे बुढ्ढे पागल हो गया है क्‍या तुझे पैसे दे तो दिए।''


और उनकी बहस होने लगती है और इतने में उस व्‍यक्ति को गुस्‍सा आ जाता है और वह उस बुजुर्ग व्‍यक्ति में एक थप्‍पड़ मार देता है। फिर वहां पर बहुत भीड़ लग जाती तो वहां लोग उस मामले को रफा-दफा कर देते हैं।

    

बुजुर्ग व्‍यक्ति के दोनों बेटे अपने पिता को संभालते हैं, फिर अन्‍य ग्राहकों को सामान देने लगते हैं।


धीरे-धीरे रात हो जाती है और दोनों लड़के घर निकल जाते हैं और बुजुर्ग व्‍यक्ति थोडी देर और रूकता है।    काफी समय निकलने के बाद जब बुजुर्ग व्‍यक्ति अपने घर नहीं आता तो दोनों लड़कों को चिंता होने लगती है कि आज जो कुछ भी हुआ अच्‍छा नहीं हुआ, कहीं बाबूजी कुछ गलत काम न कर लें इसलिए वह उन्‍हें ढूंढने के लिए निकल ही रहे थे इतने में वह बुजुर्ग व्‍यक्ति आ जाता है


बेटा : ''कहां गए थे आप?''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : '' मैं उस व्‍यक्ति को मिठाई देने के लिए उसके घर गया था जिससे आज झगड़ा हुआ था।''


बेटा : ''आप उसके घर क्‍यूं गए थे?''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : '' आज मैं तुम्‍हे बताता हूं कि बिजनेस कैसे किया जाता है?''


बेटा : ''मतलब?''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : '' जो होना था वो तो हो ही गया, फिर मैं उसके घर गया और मैंने उससे बोला कि सर मेरी गलती थी जब मैंने हिसाब मिलाया तो सब बराबर निकला, फिर मैने उसे मिठाई दी और मैं वापस आ गया।''


बेटा : '' एक तो उसने मिठाई के पैसे भी नहीं दिये और आप उससे घर जाकर माफी मांग कर आ रहे हैं।''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : '' तुमने बिजनेस करना तो सीखा ही नहीं, अगर आज मैं उसके घर नहीं जाता तो वह दूसरी जगह से मिठाई खरीदता और पूरे मार्केट में हमारी बुराई करता जिससे हमारी दुकान की बेल्‍यू गिरती, लेकिन अब वह हमारी बुराई नहीं करेगा और हमारे पास से ही मिठाई खरीदेगा।''


बेटा : '' लेकिन हमारा जो नुकसान हुआ उसका क्‍या?''


बुजुर्ग व्‍यक्ति : '' उसको जो करना था उसने किया लेकिन अब धीरे धीरे उससे पैसा कैसे निकालना है ये तो मुझे पता है अब वो आएगा तो हमारे ही पास।''


    इसे कहते हैं व्‍यापारी, चाहे कितनी ही बड़ी समस्‍या क्‍यूं ना खड़ी हो जाए लेकिन एक व्‍यापारी हमेशा अपना फायदा ही देखता है।


सीख...


सबसे ज्‍यादा जो अहम है उसके बारे में सोचना चाहिए, हमें अपनी सोच को सकारात्‍मक रखना चाहिए, जिस तरह उस बुजुर्ग व्‍यक्ति में नकारात्‍मकता में भी सकारात्‍मक विचार रखा उसी तरह हमें भी हर परिस्थिति में सकारात्‍मक नजरिया रखना चाहिए।

अगर आप किसी और चीज के बिजनेस में हैं तो सबसे पहले तो आपको यह सीखना चाहिए कि बिजनेस करते कैसे हैं, जो कि इस कहानी में बताया गया है।

परिस्थिति कैसी भी हो हमें अपने ग्राहक से अपना व्‍यवहार खराब नहीं करना चाहिए क्‍योंकि कौन सा पेड़ कितनी गहराई रखता है ये हमें पता नहीं होता, इसलिए अपने ग्राहक के साथ अच्‍छा व्‍यवहार होना चाहिए।

बिजनेस करने के लिए आपको सबसे ज्‍यादा जरूरी है लोक व्‍यवहार उसमें आपको महारत हासिल करनी होगी, ताकि आपका बिजनेस किसी भी परिस्थिति में बंद ना हो।


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