⭐️अन्धेरे में गायब⭐️
⭐️अन्धेरे में गायब⭐️
मिस नीला के शानदार हवेली में उनके देवर दीवेश की शादी के हल्दी का फंक्शन चल रहा था।
नीला की हवेली शहर से थोड़ा आउट में एक बिला के अन्दर था जहां एक या दो ही किसी की पुरानी हवेली बनी थी।
खूब शोर शराबे के साथ डीजे के धून पर लोग डांस वांस कर रहे थे।
हवेली इतना शानदार सजा था कि मानो जैसे दीपावली पर अयोध्या नगरी सजी हो।
हवेली के main entrance पर एक बड़ा सा फव्वारा भी था अगर उसके पास कोई जाये तो ऐसा लगता बिन मौसम बारिश हो रही हो।
और उसकी कल कल... छल छल ....की धून मन को सुकून से भर देती थी।
दीवेश की शादी की सारी शापिंग लगभग मिस नीला ने ही किया था।
और जो कुछ रह गया था वो शादी तक हो कर लेते।
मिस्टर दिव्यांश जो नीला के पति और दीवेश के बड़े भाई और पूरे हवेली के मालिक थे।
नीला के हवेली में अनगिनत नौकर चाकर भी थे।
दीवेश की शादी उसकी प्रेमिका नीतू से हो रही थी, दोनों बहुत खुश थे।
घंटो मोबाइल पर बाते करते थे जबसे शादी तय हुई।
दिव्यांश एक बिजनेस मैन था एक दिन दिव्यांश अपने कम्पनी में गया मिटिंग अटेंड किया और मिटिंग में मिस्टर कुनाल को कुछ सुना देता है किसी गलती पर।
कुनाल भी एक बिजनेस मैन रहता है वो मिटिंग में एक डिल करने आया था।
पर कुछ फाइल के पेज मिस प्रिंट होने की वजह से वो सही से presention नहीं कर पाया तो इसलिए दिव्यांश डिल के लिए मना कर देता है।
इसी को लेकर अब कुनाल और दिव्यांश के बीच कड़वाहट बढ़ गई।
उसी समय कुनाल को दिव्यांश के भाई के शादी-ब्याह वाली बात पता चली।
कुनाल अपने बेइज्जती का बदला लेने की सोचने लगा, ये अच्छा मौका है।
शादी के ठीक एक दिन पहले कुनाल कुछ गुंडे को हायर करता है और गुंडो से कहता है काम हो जाना चाहिए पर ध्यान रहे किसी की जान नहीं लेनी है और किसी को कोई शक भी नहीं होनी चाहिए कि तुम सब हायर किये गुंडे हो।
गुंडे सब कहते है आप फिकर ना करिये, काम हो जायेगा और किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा कि आपने कुछ करवाया है।
गुंडे सब वेटर का ड्रेस पहने और मुँह पर मास्क लगाये हवेली में घुस आते है।
नीला अपने रूम में सारे गहने, पैसे और कुछ समान सहेज रही थी कल बारात के साथ ले जाने के लिए।
तभी दिव्यांश आता है कमरे में और नीला को देख कहता है वाव.....so beautiful..misses my cute Nila..
नीला - अरे! बहुत हो गई तारीफ, अब आप थोड़ा मदद करिये ये सब रखने में।
दिव्यांश- एक important call attend करके तुम्हारा काम करा देते है दिव्यांश बात करते हुए अपने रूम के आगे बना एक बड़े से कॉरिडोर में टहल कर बात करने लगता है।
थोड़ी देर में नीला भी कुछ पुछने के लिए दिव्यांश के पास चली जाती है सब कुछ वैसे ही छोड़कर।
इधर गुंडे भी मौके के तलाश में अपनी नज़र नीला के कमरे के इर्द-गिर्द गड़ाये घूमते रहते है।
जैसे ही नीला रूम से बाहर गई 2 गुंडे अन्दर जाकर जो चीज सामने मिलती है सब एक बैग में भरने लगते है सबसे पहले सारे गहने और और कुछ पैसे भी।
फिर जल्दी से सब रूम के बाहर निकल जाते है।
थोड़ी देर में नीला रूम में आती है गहने गायब देख जोर से चिल्लाती है।
अजी सुनते है अभी सारे गहने और पैसे यही थे, 2 मिनट में कहां चले गये।
दिव्यांश जल्दी से दौड़कर आता है और ये सब देखकर वो तुरंत कुछ नौकरों को सीसीटीवी चेक करने को बोलता है।
नीला से कहता है तुम चिन्ता ना करो सब मिल जायेगा जो भी गहने लिए है वो अभी हवेली के बाहर नहीं गये होंगे शायद और जायेंगे भी कैसे इतनी बड़ी जो है।
तभी सीसीटीवी में कुछ लोग बैग हाथ में ले जाते हुए नजर आते है जैसे ही दिव्यांश मेन गेट पर आता है वो सब बाइक से निकल जाते है दिव्यांश और दीवेश जैसे ही गाड़ी निकाल कर पीछा करने वाले होते है तब-तक सारे गुंडे अंन्धेरे में गायब हो जाते है कुछ दूर तक पीछा भी करते है लेकिन उन सब का कोई पता नहीं चल पाता है।
फिर हवेली आकर दिव्यांश पुलिस को फोन करता है और FIR दर्ज कराता है।
इधर नीला रोने लगती है कहती है कल ही बारात जाने को है और आज ये सब।
अब इतना जल्दी शापिंग भी नहीं हो सकती है, और सब पैसे भी ले गये। कैसे क्या होगा अब? किस मुहँ से बारात लेकर जायेंगे अब।
दीवेश- भाभी आप फिकर ना करिये बिना गहने की भी शादी हो सकती है।
मैं नीतू को सब बता देता हूँ वो जरूर समझेगी हमारी Problem को।
दिव्यांश- नहीं दीवेश तुम ऐसा कुछ नहीं बताओगे वहां कुछ भी।
हम है ना सब कुछ व्यवस्था करते है।
फिर नीला को साइड में ले जाकर कुछ बाते बताता है।
नीला- दीवेश के पास आकर कहती है आप चिंतित न होईये सब हो जायेगा, मैं अपनी सारी ज्वैलरी दे देती हूँ शादी में डाल पर चढ़ाने को फिर जब पुलिस उन गुंडों से गहने ले लेगी तो हम अपना वापस ले लेंगे नीतू से।
दीवेश- वाव भाभी आईडिया एकदम सही है।
फिर सब खुशीपूर्वक अगले दिन बारात लेकर जाते है और दीवेश की शादी भी सम्पन्न हो जाती है।
**************************
तो प्यारे दोस्तों कैसा लगा ये छोटी सी कहानी?
तो मिलते है किसी नई कहानी के साथ तब तक के लिए नमस्कारम् जय श्रीकृष्ण राधे-राधे......