सुबह-सुबह जल्दी उठती ताकी दादाजी ले सके चाय की चुसकी सुबह-सुबह जल्दी उठती ताकी दादाजी ले सके चाय की चुसकी
पढ़ाई का जब मन न हो, किताबें छोड़ देते थे, सवाल टीचर पूछ न ले, आखिरी सीट लेते थे पढ़ाई का जब मन न हो, किताबें छोड़ देते थे, सवाल टीचर पूछ न ले, आखिरी सीट लेते ...
कितने अजीब थे हम, शरारती तो थे हम फिर भी लेकिन शरीफ थे। कितने अजीब थे हम, शरारती तो थे हम फिर भी लेकिन शरीफ थे।
इक दूसरे की साँसों के गुलकंद को चखने की इक दूसरे की साँसों के गुलकंद को चखने की
नटखट बच्चे बहुत ही प्यारे, चुन्नू मुन्नू थे दो भाई। नटखट बच्चे बहुत ही प्यारे, चुन्नू मुन्नू थे दो भाई।
बिन तुझे देखे जो मैंने तुझे देखा था, हां तू बिल्कुल वैसा ही था। बिन तुझे देखे जो मैंने तुझे देखा था, हां तू बिल्कुल वैसा ही था।