ये रिश्ता क्या कहलाता है
ये रिश्ता क्या कहलाता है
क्या कहूं ?
कुछ कहने को जी चाहता है
आपसे बिना पूछे ही,
आपके बारे में,
कुछ लिखने को जी चाहता है
पता नहीं क्यों आपको,
ये दिल अपना कहता है
न है रिश्ता आपसे खून का,
मगर दिल तो हमेशा मिलता है
आप दीदी हो मेरी,
आपका भाई कहलाने
का जी चाहता है
पता नहीं पर शायद,
आप होती है नाराज मुझसे,
पर फिर भी आपको
सताने का जी चाहता है
आप बहन भी है,
मां भी है, दोस्त भी है
आप मेरी सारी खुशियों का सार भी है
आपके हसरतों को पूरा करने का,
मेरा हमेशा हमेशा जी चाहता है
अये दी ! सच्ची,
आप पर हक़
जताने का जी चाहता है।

