रूपेश श्रीवास्तव 'काफ़िर'
Abstract Classics Inspirational
गुलों से भरा है चमन मेरा,
ये जमीं मेरी ये वतन मेरा।
जब आई मुश्किल कभी,
मुल्क ने थामा दामन मेरा।
मोहब्बत
सच
दोस्ती
खेल पुराना चल...
किस्मत
वतन मेरा
बात नहीं होगी...
मन का दीप जला...
सलाम
ध्यान
दर्द सहकर भी लाती है। नई जिंदगी इस दुनिया में।। दर्द सहकर भी लाती है। नई जिंदगी इस दुनिया में।।
ईश्वर का दर्जा पृथ्वी पर जिन्होंने पाया वही आज विपदा के समय काम आया। ईश्वर का दर्जा पृथ्वी पर जिन्होंने पाया वही आज विपदा के समय काम आया।
दीन हीन की मदद करो मिल, कुटिया को जगमग कर दो। दीप जले जग जगमग होवे, गम के दूर अंधेरे दीन हीन की मदद करो मिल, कुटिया को जगमग कर दो। दीप जले जग जगमग होवे, गम ...
बरसो बाद मिले थे ..तीन यार, याद कर रहे थे, उन गुजारे लम्हों को आंखो में। बरसो बाद मिले थे ..तीन यार, याद कर रहे थे, उन गुजारे लम्हों को आंखो में।
दुनिया में ईश्वर की भक्ति से पवित्र और कुछ नहीं होता है। दुनिया में ईश्वर की भक्ति से पवित्र और कुछ नहीं होता है।
रद्द हो गई अब तो बारहवीं की परीक्षा , अब सवाल खड़ा परिणाम की कैसे करें समीक्षा। रद्द हो गई अब तो बारहवीं की परीक्षा , अब सवाल खड़ा परिणाम की कैसे करें समीक्षा...
मुझे भी ऐसी ही दिल-दरिया दिखा दें! मैं भी डूबा दूं, अपनी सारी इच्छाओं को, मुझे भी ऐसी ही दिल-दरिया दिखा दें! मैं भी डूबा दूं, अपनी सारी इच्छाओं को,
पर हिम्मत ना होती डर लगता कहीं बदल ना जाए जिंदगी। पर हिम्मत ना होती डर लगता कहीं बदल ना जाए जिंदगी।
ऊपर हैैं सबसे ऊपर हमारे प्रधान जी, हो जाए सावधान जी। ऊपर हैैं सबसे ऊपर हमारे प्रधान जी, हो जाए सावधान जी।
जीवन भी ऐसा ही है कभी अँधेरा तो कभी उजाला होता है, सफल वही होता है जो हर परिस्थिति से जीवन भी ऐसा ही है कभी अँधेरा तो कभी उजाला होता है, सफल वही होता है जो हर परि...
परिवार अगर साथ है तो हर सपना होता है साकार, परिवार अगर साथ है तो हर सपना होता है साकार,
उसकी खुशी देखने, जी जान दोनों लगा देते हैं उसकी आंखें नम न हो ऐसी कोशिश करते हैं। उसकी खुशी देखने, जी जान दोनों लगा देते हैं उसकी आंखें नम न हो ऐसी कोशिश करत...
भगवन क्षमा कीजिए अब भूल हमारी कृत्य हमें स्मरण। भगवन क्षमा कीजिए अब भूल हमारी कृत्य हमें स्मरण।
सफेद कोट पहचान हमारी हम डट कर खड़े हैं। आपकी सेवा मे तत्पर स्वयं से भी लड़े हैं। सफेद कोट पहचान हमारी हम डट कर खड़े हैं। आपकी सेवा मे तत्पर स्वयं से भी...
ठीक उसी तरह जिस तरह, सादा दूध भाता नहीं मुझको। ठीक उसी तरह जिस तरह, सादा दूध भाता नहीं मुझको।
तार स्मृति के जुड़े हैं, प्रेम मन को बाँधता । कामनाओं में तृषित मन, सिर्फ़ तुमको माँगता तार स्मृति के जुड़े हैं, प्रेम मन को बाँधता । कामनाओं में तृषित मन, सिर्फ़ तुमक...
ड़ाल से विछुड़ कर, पत्ता बहुत रोया था उसने अपना घर और ठिकाना खोया था । ड़ाल से विछुड़ कर, पत्ता बहुत रोया था उसने अपना घर और ठिकाना खोया था ।
बच्चों ही की कमी थी। कोई पता बताओ कोई खोज के तो लाओ। बच्चों ही की कमी थी। कोई पता बताओ कोई खोज के तो लाओ।
बेटी की सुरक्षा में आजकल मन आशंकित रहता है। बेटी की सुरक्षा में आजकल मन आशंकित रहता है।
ज़िन्दगी है लम्हों का कारवां जो मिली है यहां उसे समेट लो। ज़िन्दगी है लम्हों का कारवां जो मिली है यहां उसे समेट लो।