वो मंजिल ना दूर
वो मंजिल ना दूर
सच करने की खातिर जो
दुनिया से हम लार लेंगे
सच करके दीखाएंगे सपना
ख्वाहिशों की नगरी में
डूब के जाना हैै एकदिन
ख्वाहििशक़ो बना कर आपना
जलते सूरज का किरण
एकबार हम पे सााबारे
हम क़िस्मत को हरादे
लेकिन खृद ना हारे।
लेकिन खुद ना हारे।
वो मंजिल ना दूर
तू मंजिल को सच करके दिखा
अपने किस्मत के भरोसे मत बैठ
किस्मत को हासिल करके दिखा।
किस्मत को हासिल करके दिखा।