Himanshu Vimal

Classics

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Himanshu Vimal

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उद्देश्य

उद्देश्य

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थक गया तू जिन्दगी में चलते चलते,

ऐ मुसाफ़िर रुक तनिक, आराम कर ले l


क्यो चला है तू बिन उद्देश्य जीवन को समझने ,

बिन उद्देश्य ये जीवन व्यर्थ निरर्थक समझ ले l


सोच जीवन के उद्देश्य को थोड़ा थाम ले

ऐ मुसाफिर रुक तनिक आराम कर ले।


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