त्योहारों की देन खुशियां
त्योहारों की देन खुशियां
जीवन में बदलाव लाने
विपरीत हालातों में
नव किरण जगाने के लिए
जीवन की नीरसता मिटाने
दुखों से मुक्ति के मार्ग का
माध्यम बन त्योहार आते हैं।
खुशियों को नया मार्ग देने
जीवन में उपहार सरीखे
जीवन की संजीवनी बन
खुशियों की बहार लिए
आते हैं त्योहार।
जीवन में बदलाव संग
दुःख, कुंठा और नीरसता मिटाने का
आधार बन आते हैं त्योहार।
त्योहार नहीं होते तो
खुशियों के आधार नहीं होते,
जीने की उम्मीदों भरे
बहाने नहीं होते,
संसार में निराशा और दुःख भरे
अफसानों के सिवा
संसार में मुरझाए
निराश चेहरों के सिवा
एक भी मुस्कराते चेहरे नहीं दिखते,
त्योहारों के सौ सौ बहाने नहीं होते
खुशियों के कोई बहाने नहीं होते।