तिरंगे की गरिमा
तिरंगे की गरिमा
भारत माँ के पूतों ने फिर
बलिदानी सेज बिछाई है
वीरों ने चीथड़े उड़वा कर भी
मिट्टी की लाज बचाई है।
कुठाराघाती भेड़ियों के झुंड
जब-जब कन्धों पर धोखे से जा बैठे
माँ के शेरों ने केसर झटकाकर
सबकी औक़ात दिखाई है।
छद्म युद्ध में प्राण लुटाकर
इन वीरों की आहुति ने फिर
देश की आन बचाई है।
युद्ध भूमि में भिड़कर इनसे
सबने मुंह की खाई है।
रण- भेड़ी की धुन पर हरदम
मनवाया अपना लोहा और दम।
शत्रु शीशों का मान मिटाकर
विजय पताका लहराई है।
विश्व पटल पर वीरों ने
तिरंगे के रंगों की गरिमा और बढ़ाई है।