मैंने उसको गोली जैसा चलते देखा। मैंने उसको गोली जैसा चलते देखा।
फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना। फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना।
क्यों नासमझों ने अपनी ही जड़ों को कटवाया। क्यों नासमझों ने अपनी ही जड़ों को कटवाया।
जंग खाये लोहे की इमारतों को बुलंदी का कैसा गरूर। जंग खाये लोहे की इमारतों को बुलंदी का कैसा गरूर।
कहीं मिल जाते हैं गढ्ढ़े कहीं मिल जाते हैं गढ्ढ़े
युद्ध भूमि में भिड़कर इनसे सबने मुंह की खाई है। युद्ध भूमि में भिड़कर इनसे सबने मुंह की खाई है।