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Bharat Gehlot

Romance

4  

Bharat Gehlot

Romance

तेरी आवाज ने दिल

तेरी आवाज ने दिल

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तेरी आँखों का वो इशारा

मेरा हाल बेहाल कर गया

एक लम्हा बन गया ऐसा

जिसे कभी भूला न पाया

बढ़ने लगी चाहत तुझसे

फिर किसी का न हो पाया

मन को खो बैठा हूँ अब

दिल का हाल समझ न आया

हर राह पर तलाश हैं अब तेरी

किसी ओर का ख्याल न आया

तूने समझा हर पल मुझको

तुझसा दोस्त कभी न पाया।



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