तेरा दिल बड़ा कमज़ोर है यार
तेरा दिल बड़ा कमज़ोर है यार


तेरा ये सपनों का महल एक दिन पाश-पाश हो जायेगा
तेरा दिल बड़ा कमज़ोर है यार, तुझे इश्क़ न हो पायेगा
आया है तू रहने शहर से दूर इस जंगल में
एक दिन यह जंगल भी कट के शहर हो जायेगा
यह जो छुपा के रखता है तू अपने आँसुओं को अपने अंदर
एक रात तू इन आँसुओं पे चैन की नींद सो जायेगा
यह इश्क़ है, ये कमज़ोरों की बस की बात नहीं
यार देख ले, तू अपने मिट्टी के दिल को तू पत्थर कैसे बनाएगा
जिस ज़िन्दगी को आज कोस रहा है तू
ज़िन्दगी के सारे रंग देखने के बाद तू यह ज़िन्दगी ही चाहेगा
आज खुश है तू, एक दिन तू इश्क़ के इस बाजार में नीलम हो जायेगा
तेरा दिल बड़ा कमज़ोर है यार, तुझे इश्क़ न हो पायेगा